नूंह: बोलेरो कांड के आरोपी श्रीकांत के परिजनों और उसकी गर्भवती पत्नी से मारपीट मामले में हरियाणा पुलिस ने 30 से 40 अज्ञात लोगों के साथ राजस्थान पुलिस के खिलाफ खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी श्रीकांत मरोड़ा की मां दुलारी ने नगीना थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. जिसके आधार पर नगीना पुलिस ने 30 से 40 अज्ञात लोगों के साथ राजस्थान पुलिस के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है.
नूंह पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा कि 17 फरवरी को राजस्थान पुलिस को दो युवकों के कंकाल जली हुई बोलेरो कार में मिले थे. इस मामले में नूंह के नगीना का रहने वाला श्रीकांत आरोपी बताया जा रहा है. लिहाजा राजस्थान पुलिस श्रीकांत को पकड़ने के लिए उनके घर पहुंची. इसके बाद श्रीकांत के परिजनों ने नगीना पुलिस को शिकायत दी. जिसमें उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस ने दरवाजा खटखटाया. दरवाजा खोलने पर पुलिसकर्मियों ने उनसे धक्का-मुक्की और मारपीट की.
आरोप है कि राजस्थान पुलिस ने श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को भी पीटा, बचाव करते वक्त वो गिर गई. इस घटनाक्रम की वजह से श्रीकांत की पत्नी को पेट में तेज दर्द हुआ. जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. राजकीय शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज में महिला को मृत बच्चा पैदा हुआ. परिजनों का आरोप है कि राजस्थान पुलिस की कार्रवाई की वजह से नवजात की जान चली गई. इसके अलावा राजस्थान पुलिस की कार्रवाई पर महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने भी गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि महिला पुलिस रेड के दौरान मौजूद नहीं थी. जो बिल्कुल सही नहीं है. वहीं पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने कहा कि आरोपी श्रीकांत के परिजनों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
इस मामले में ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार भूपेंद्र कुमार फिरोजपुर झिरका की देखरेख में रविवार शाम करीब 5 बजे बच्चे के शव को कब्र से बाहर निकाला गया था. पोस्टमार्टम प्रक्रिया में तीन डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. जो किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सका, इसलिए सैंपल लेकर भोंडसी प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं. अब भोंडसी प्रयोगशाला से रिपोर्ट आने के बाद ही बोर्ड किसी ठोस नतीजे की तरफ बढ़ सकता है. बच्चे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए कुछ इंतजार और करना पड़ सकता है.