नई दिल्ली: हरियाणा में नूंह-मेवात की घटना ने एक बार फिर से विपक्षी पार्टियों को केंद्र सरकार के खिलाफ हमलावर कर दिया है. अभी तक संसद में लगातार सरकार को विपक्षी पार्टियां मणिपुर मामले में घेर रहीं थी. अब नूंह और मेवात में हुए दंगे ने एक बार फिर से सरकार को विपक्षी पार्टियों के निशाने पर ला दिया है. यहां तक कि इस घटना को वीएचपी ने भी सीधे इंटेलिजेंस फेल्योर बताया था.
इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री और फरीदाबाद सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने इस सवाल पर कि इतने लोग, इतने हथियार और इतनी बड़ी घटना हो गई, मगर प्रशासन को पहले भनक भी नहीं लगी, कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. हर बार की तरह इस बार भी सावन के महीने में ये शोभायात्रा निकाली जा रही थी और प्रशासन ने इंतजाम भी किया था. मगर फिर भी ऐसी घटना घटी इसका पता लगाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि ये घटना हरियाणा के भाईचारे को समाप्त करने के लिए की गई है. हरियाणा में 'हरियाणा एक-हरियाणवी एक' के फॉर्मूले पर लोग चलते हैं और जो लोग इससे जलते हैं, उन्हें ही इस बात को लेकर दर्द था. इस में हमें साजिश की बू आ रही है. जिसने भी ये साजिश रची है और जो भी मास्टरमाइंड हैं, वो बक्शे नहीं जाएंगे और उन्हें सख्त सजा मिलेगी.
इस सवाल पर कि सीआईडी ने सूचना समय पर प्रशासन को दी थी, ऐसी बातें सामने आ रही हैं, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुज्जर ने कहा कि यदि ऐसी बात थी, तो उस पर जांच चल रही है और जांच में जो भी सामने आएगा वो बक्शे नहीं जाएंगे. इस सवाल पर कि क्या आरोपियों के खिलाफ यूपी की तरह बुल्डोजर की करवाई होनी चाहिए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. जिसने भी ये साजिश रची और हरियाणा के भाईचारे को समाप्त करने की कोशिश की है.
इस सवाल पर कि पहले मणिपुर अब हरियाणा, बीजेपी शासित राज्यों में ही ऐसी घटनाएं हो रही हैं, ऐसा आखिर क्यों, 2024 नजदीक आ रहा है, ऐसी घटनाओं का वो कोई कनेक्शन देखते हैं क्या, इस पर केंद्रीय मंत्री का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए देश पहले है और ऐसी घटनाओं में राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में विपक्ष को सरकार के साथ चलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को राजनीति नहीं करनी चाहिए, मगर वो हर चीज में वोट की चिंता करते हैं. हम चाहेंगे कि वो इस पर राजनीति ना करें. इस सवाल पर कि आखिर देश में कई जगहों पर भाईचारा क्यों बिगड़ रहा है. इसके पीछे क्या वजह मानते हैं, क्या कुछ नेताओं के भड़काऊ भाषण और कुछ राजनीतिक पार्टियां भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले नौ साल में मोदी सरकार में अमन चैन का वातावरण रहा है और इससे परेशान हमारे विरोधियों ने ऐसी साजिश रची है.
इस सवाल पर कि साजिश कौन रच रहा है, वो कौन लोग हैं, इस पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुज्जर का कहना है कि वो जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी और जांच के बाद ही असली चेहरे सामने आएंगे. क्या राज्य सरकार का वो फेल्योर मानते हैं, इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का कोई फेल्योर नहीं है. ये हादसा है और घटना होते ही स्थिति कंट्रोल कर ली गई और आज सारी स्थिति सामान्य है. सरकार ने नियंत्रण कर लिया है.