शिलांग: मेघालय के मुख्यमंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के सुप्रीमो कोनराड के संगमा ने कहा कि तुरा में पीए संगमा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली को अनुमति देने से इनकार करने में न तो उनकी और न ही उनकी पार्टी की कोई भूमिका है.
खेल विभाग ने वेस्ट गारो हिल्स जिले के अधिकारियों को सूचित किया है कि वहां प्रधानमंत्री की रैली के लिए अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि निर्माण मलबा सुरक्षा संबंधी चिंता पैदा कर सकता है. भगवा पार्टी, जिसने पिछले महीने ही आगामी 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगी एनपीपी के साथ नाता तोड़ लिया, आब आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल राज्य में भाजपा की लहर को रोकने की कोशिश कर रहा है.
यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि भाजपा द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं क्योंकि रैलियों की अनुमति चुनाव आयोग द्वारा दी जाती है और जिला प्रशासन अब इसका हिस्सा है. संगमा ने कहा, 'सभी अनुमतियां भारत के चुनाव आयोग की ओर से आती हैं. इसलिए, एनपीपी या मेरी तरफ से कुछ नहीं कहा जा सकता. हमारा नाम इसमें घसीटा जाना पूरी तरह से गलत है. मुझे मेरी कई रैलियों के लिए भी अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान ऐसी चीजें होती हैं लेकिन बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है.
उन्होंने कहा, 'स्टेडियम के दो हिस्से हैं. पहले हिस्से में फुटबॉल स्टेडियम है, जिसका उद्घाटन किया गया था. दूसरा हिस्सा, जिसमें एक इनडोर स्टेडियम और एक स्विमिंग पूल है, तैयार नहीं है और हमने इसे स्पष्ट कर दिया है. संगमा ने यह भी कहा कि अनुमति देने से इनकार करने की संभावना प्रधानमंत्री की रैली में जुटने वाली भीड़ हो सकती है.
यह सच है कि जब पीएम मोदी कार्यक्रम करते हैं, तो भीड़ बहुत अधिक होती है. इसलिए, मुझे लगता है कि जिला प्रशासन को लगा होगा कि चूंकि यह एक प्राकृतिक मैदान है, और यदि बहुत से लोग आते हैं, तो यह प्राकृतिक मैदान को नुकसान पहुंचाएगा. वहां पार्किंग की भी कोई सुविधा नहीं है. भाजपा ने आश्चर्य जताया था कि उद्घाटन के दो महीने बाद ही पीएम की रैली के लिए एक स्टेडियम को 'अपूर्ण और अनुपलब्ध' कैसे घोषित किया जा सकता है. स्टेडियम का उद्घाटन पिछले साल 16 दिसंबर को हुआ था.
(पीटीआई)