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जलमग्न हुआ MP! जोरदार बारिश से बने बाढ़ जैसे हालात, जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, कई जिलों में अलर्ट जारी

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Published : Jul 26, 2021, 2:32 AM IST

मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश का दौर जारी है. जिस वजह से कई जिलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. नदी, नालों में पानी का बहाव इतना तेज है कि अब बाढ़ जैसे हालात बनते जा रहे हैं.

जलमग्न हुआ MP
जलमग्न हुआ MP

हैदराबाद। मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस बीच आम जन-जीवन काफी प्रभावित हो गया है. उज्जैन और उसके आसपास के इलाकों में लोगों के घर में पानी घुस रहा है. बारिश से ग्रामीण इलाकों की सड़कें भी काफी जर्जर हो गई हैं. होशंगाबाद की मेहरागांव नदी भी उफान पर है. जिस वजह से पानी अब पुल के ऊपर आ गया है. इस बीच लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार करते भी देखा गया. लेकिन सबसे ज्यादा तबाही का मंजर विदिशा में देखने को मिला.

जलमग्न हुआ विदिशा !

जलमग्न हुआ विदिशा !

बारिश की वजह से सबसे ज्यादा तबाही विदिशा में देखने को मिली. जिले की अनेक तहसीलों का सड़क मार्ग बाधित हो गया है. ग्रामीण इलाकों में लगाई गई ज्यादातर फसल चौपट हो गई. गांव और तहसील को जोड़ने वाले छोटे-छोटे पुल के ऊपर से करीब 5 फुट से ज्यादा पानी बह रहा है. जिले के नटेरन क्षेत्र में तो बारिश ने इस कदर तबाही मचा दी कि पानी के टैंकर तक बहने लगे. सेऊ गांव भी जलमग्न हो गया. नटेरन के कई घरों और दुकानों में घुटने तक पानी भर गया था. क्षेत्र के चारों तरफ का आवागमन तक बंद हो गया था.

संजय सागर बांध की नहर फूटी

बारिश के कारण विदिशा के संजय सागर बांध परियोजना की नहर फूट गई. बांध में क्षमता से ज्यादा पानी इकट्ठा होने की वजह से नहर फूट गई थी. जिस वजह से नहर के आसपास के इलाकों में काफी पानी भर गया था.

76 लोगों का रेस्क्यू
76 लोगों का रेस्क्यू

विदिशा में 76 लोगों का रेस्क्यू

संजय सागर बांध की नहर फूटने से कई इलाकों में काफी पानी भर गया था. मुख्य नहर का पानी तीन गांव खाई खेड़ा, बमोरी और पामारिया गांव में जा पहुंचा. जिस वजह से इन गांवों का आवागमन बाधित रहा. पामारिया गांव में कई लोग भी फंस गए थे. जिन्हें होमगार्ड जवानों की मदद से छुड़ाया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 76 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. ग्राम पामारिया के हाई स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में इनके ठहराने की व्यवस्था की गई है.

बारिश से उज्जैन तरबतर

बारिश से उज्जैन तरबतर

उज्जैन और उससे लगे क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. गंभीर डैम का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. पिछले 24 घंटे में डैम के कैचमेंट एरिया में 60 एमसीएफटी से ज्यादा पानी दर्ज किया गया. वहीं गंभीर डैम में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. डैम प्रभारी राजीव शुक्ला ने बताया कि डैम की कैपेसिटी 221 एमसीएफटी है, वहीं लगातार डैम में पानी का दबाव बढ़ रहा है.

दो भागों में बंटी सड़क

दो भागों में बंटी सड़क

उज्जैन से 25 किलोमीटर दूर उन्हेल के करनावद से परोलिया पदमा गांव की ओर जाने वाली सड़क दो हिस्सों में बंट गई है. जिससे आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है. उन्हेल-नागदा मार्ग पर बनी छोटी पुलिया के ऊपर से भी पानी बह रहा है, जिसके चलते कई गाड़ियां फंस गई हैं. उन्हेल के कई इलाकों में काफी पानी भरा हुआ है, जिस वजह से स्थिति को देखने के लिए एसडीएम आशुतोष गोस्वामी दल बल के साथ घूमते नजर आए.

होशंगाबाद की मेहरागांव नदी उफान पर

होशंगाबाद की मेहरागांव नदी उफान पर

जिले में दो दिन की लगातार बारिश से इटारसी की मेहरागांव नदी उफान पर आ गई. जलस्तर इतना बढ़ गया है कि बारिश का पानी पुल के ऊपर तक आ गया है. इटारसी का आसपास के दर्जनों गांवों से संपर्क भी टूट गया है. इसके बाद भी लोगों को उफनती नदी से बाईक से निकलते देखा गया है. पुल को ऊपर हमेशा हादसे की स्थिति भी बनी रहती है. बताया जा रहा है कि जोरदार बारिश के कारण पुल पर दो से तीन फीट ऊपर तक पानी आ गया.

राजगढ़ में डैम से छोड़ा जा रहा पानी

राजगढ़ में मूसलाधार बारिश, डैम से छोड़ा जा रहा पानी

मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश हो रही है. राजगढ़ में भी जलसैलाब आया हुआ है. जिस वजह से जिले के दोनों डैम से पानी छोड़ा जा रहा है. मोहनपुरा डैम के 6 गेट खोले गए हैं, वहीं जिले के दूसरे सबसे बड़े डैम कुंडलिया से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिस वजह से अब अजनार नदी उफान पर आ गई है. नदी के ऊपर बने सभी पुल ओवरफ्लो हो गए हैं. जिस वजह यातायत खासा प्रभावित है. लेकिन लोगों को जोखिम लेते हुए रास्ता पार करते देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क भी शहर से टूट गया है.

हैदराबाद। मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस बीच आम जन-जीवन काफी प्रभावित हो गया है. उज्जैन और उसके आसपास के इलाकों में लोगों के घर में पानी घुस रहा है. बारिश से ग्रामीण इलाकों की सड़कें भी काफी जर्जर हो गई हैं. होशंगाबाद की मेहरागांव नदी भी उफान पर है. जिस वजह से पानी अब पुल के ऊपर आ गया है. इस बीच लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार करते भी देखा गया. लेकिन सबसे ज्यादा तबाही का मंजर विदिशा में देखने को मिला.

जलमग्न हुआ विदिशा !

जलमग्न हुआ विदिशा !

बारिश की वजह से सबसे ज्यादा तबाही विदिशा में देखने को मिली. जिले की अनेक तहसीलों का सड़क मार्ग बाधित हो गया है. ग्रामीण इलाकों में लगाई गई ज्यादातर फसल चौपट हो गई. गांव और तहसील को जोड़ने वाले छोटे-छोटे पुल के ऊपर से करीब 5 फुट से ज्यादा पानी बह रहा है. जिले के नटेरन क्षेत्र में तो बारिश ने इस कदर तबाही मचा दी कि पानी के टैंकर तक बहने लगे. सेऊ गांव भी जलमग्न हो गया. नटेरन के कई घरों और दुकानों में घुटने तक पानी भर गया था. क्षेत्र के चारों तरफ का आवागमन तक बंद हो गया था.

संजय सागर बांध की नहर फूटी

बारिश के कारण विदिशा के संजय सागर बांध परियोजना की नहर फूट गई. बांध में क्षमता से ज्यादा पानी इकट्ठा होने की वजह से नहर फूट गई थी. जिस वजह से नहर के आसपास के इलाकों में काफी पानी भर गया था.

76 लोगों का रेस्क्यू
76 लोगों का रेस्क्यू

विदिशा में 76 लोगों का रेस्क्यू

संजय सागर बांध की नहर फूटने से कई इलाकों में काफी पानी भर गया था. मुख्य नहर का पानी तीन गांव खाई खेड़ा, बमोरी और पामारिया गांव में जा पहुंचा. जिस वजह से इन गांवों का आवागमन बाधित रहा. पामारिया गांव में कई लोग भी फंस गए थे. जिन्हें होमगार्ड जवानों की मदद से छुड़ाया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 76 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. ग्राम पामारिया के हाई स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में इनके ठहराने की व्यवस्था की गई है.

बारिश से उज्जैन तरबतर

बारिश से उज्जैन तरबतर

उज्जैन और उससे लगे क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. गंभीर डैम का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. पिछले 24 घंटे में डैम के कैचमेंट एरिया में 60 एमसीएफटी से ज्यादा पानी दर्ज किया गया. वहीं गंभीर डैम में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. डैम प्रभारी राजीव शुक्ला ने बताया कि डैम की कैपेसिटी 221 एमसीएफटी है, वहीं लगातार डैम में पानी का दबाव बढ़ रहा है.

दो भागों में बंटी सड़क

दो भागों में बंटी सड़क

उज्जैन से 25 किलोमीटर दूर उन्हेल के करनावद से परोलिया पदमा गांव की ओर जाने वाली सड़क दो हिस्सों में बंट गई है. जिससे आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है. उन्हेल-नागदा मार्ग पर बनी छोटी पुलिया के ऊपर से भी पानी बह रहा है, जिसके चलते कई गाड़ियां फंस गई हैं. उन्हेल के कई इलाकों में काफी पानी भरा हुआ है, जिस वजह से स्थिति को देखने के लिए एसडीएम आशुतोष गोस्वामी दल बल के साथ घूमते नजर आए.

होशंगाबाद की मेहरागांव नदी उफान पर

होशंगाबाद की मेहरागांव नदी उफान पर

जिले में दो दिन की लगातार बारिश से इटारसी की मेहरागांव नदी उफान पर आ गई. जलस्तर इतना बढ़ गया है कि बारिश का पानी पुल के ऊपर तक आ गया है. इटारसी का आसपास के दर्जनों गांवों से संपर्क भी टूट गया है. इसके बाद भी लोगों को उफनती नदी से बाईक से निकलते देखा गया है. पुल को ऊपर हमेशा हादसे की स्थिति भी बनी रहती है. बताया जा रहा है कि जोरदार बारिश के कारण पुल पर दो से तीन फीट ऊपर तक पानी आ गया.

राजगढ़ में डैम से छोड़ा जा रहा पानी

राजगढ़ में मूसलाधार बारिश, डैम से छोड़ा जा रहा पानी

मध्य प्रदेश में जोरदार बारिश हो रही है. राजगढ़ में भी जलसैलाब आया हुआ है. जिस वजह से जिले के दोनों डैम से पानी छोड़ा जा रहा है. मोहनपुरा डैम के 6 गेट खोले गए हैं, वहीं जिले के दूसरे सबसे बड़े डैम कुंडलिया से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिस वजह से अब अजनार नदी उफान पर आ गई है. नदी के ऊपर बने सभी पुल ओवरफ्लो हो गए हैं. जिस वजह यातायत खासा प्रभावित है. लेकिन लोगों को जोखिम लेते हुए रास्ता पार करते देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क भी शहर से टूट गया है.

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