नई दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस द्वारा सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया. अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब सवा दो घंटे तक चले जवाब के बाद निचले सदन ने इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से खारिज कर दिया.
मोदी के जवाब के दौरान ही कांग्रेस सहित उसके सहयोगी दलों के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया और किसी भी सदस्य ने अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन की मांग नहीं की, जिसके चलते प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया. अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को कांग्रेस के गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरूआत की थी.
पिछले तीन दिनों के दौरान इस चर्चा में कांग्रेस के राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, मनीष तिवारी, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय एवं महुआ मोइत्रा, जनता दल (यू) के राजीव रंजन सिंह, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव, नेशनल कॉन्फ्रेस के फारुक अब्दुल्ला सहित प्रमुख विपक्षी नेताओं ने भाग लिया. चर्चा में सत्ता पक्ष की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी भाग लिया.
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे शासनकाल में लाया गया यह पहला अविश्वास प्रस्ताव था. मोदी सरकार के पहले शासनकाल के दौरान 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसे निचले सदन ने खारिज कर दिया था.
(पीटीआई-भाषा)