नई दिल्ली: देश में पर्यावरण को साफ करने के उद्देश्य से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को फ्लेक्स फ्यूल और इलेक्ट्रिक एनर्जी आधारित कार को पेश किया है, जिसे इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल कार के तौर पर जाना जाता है. इस खास कार को टोयोटा किर्लोस्कर द्वारा भारत में ही बनाया गया है, जो टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस का मॉडल है. यह इनोवा 40 प्रतिशत इथेनॉल और 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिक पर आधारित है.
-
Live from the Launch of World's 1st Prototype of BS-6 (Stage II) ‘Electrified Flex Fuel Vehicle’ developed by Toyota Kirloskar Motor, New Delhi. #ElectrifiedFlexFuelVehicle #FlexFuelVehicle https://t.co/zBLSVzqVmT
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Live from the Launch of World's 1st Prototype of BS-6 (Stage II) ‘Electrified Flex Fuel Vehicle’ developed by Toyota Kirloskar Motor, New Delhi. #ElectrifiedFlexFuelVehicle #FlexFuelVehicle https://t.co/zBLSVzqVmT
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023Live from the Launch of World's 1st Prototype of BS-6 (Stage II) ‘Electrified Flex Fuel Vehicle’ developed by Toyota Kirloskar Motor, New Delhi. #ElectrifiedFlexFuelVehicle #FlexFuelVehicle https://t.co/zBLSVzqVmT
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फ्लेक्स फ्यूल को गैसोलीन (पेट्रोल) और मेथेनॉल या इथेनॉल के मिश्रण के साथ बनाया जाता है. गौरतलब है कि वाहन विनिर्माताओं को वैकल्पिक ईंधन से चलने वाले और हरित वाहन लाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे केंद्रीय मंत्री ने पिछले साल हाइड्रोजन से चलने वाली कार टोयोटा मिराई ईवी पेश की थी. इस दौरान कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री, हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय भी मौजूद रहें.
बता दें कि फ्लेक्स फ्यूल जहां पारंपरिक गैसोलीन से सस्ता मिलता है, वहीं इसकी एक कमी यह भी है कि इससे वाहन का माइलेज कम हो जाता है. हालांकि इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल वाली टोयोटा इनोवा में इलेक्ट्रिक ईंधन होने के चलते कम माइलेज की समस्या खत्म हो जाती है. खास बात यह है कि यह कार दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल कार है. इसके साथ ही इस कार को ऐसे डिजाइन किया गया है कि इसमें पुराना स्टार्ट सिस्टम लगाया है.
-
Ethanol being an indigenous, eco-friendly, and renewable fuel holds promising prospects for India. The emphasis of the Modi Govt on ethanol aligns with objectives of attaining energy self-sufficiency, doubling farmers' income, transitioning them to Urjadata while continuing to… pic.twitter.com/cl3vIVIaKo
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Ethanol being an indigenous, eco-friendly, and renewable fuel holds promising prospects for India. The emphasis of the Modi Govt on ethanol aligns with objectives of attaining energy self-sufficiency, doubling farmers' income, transitioning them to Urjadata while continuing to… pic.twitter.com/cl3vIVIaKo
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023Ethanol being an indigenous, eco-friendly, and renewable fuel holds promising prospects for India. The emphasis of the Modi Govt on ethanol aligns with objectives of attaining energy self-sufficiency, doubling farmers' income, transitioning them to Urjadata while continuing to… pic.twitter.com/cl3vIVIaKo
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 29, 2023
इस सिस्टम की मदद से यह कार -15 डिग्री सेल्सियस पर भी आसानी से स्टार्ट हो सकती है. इथेनॉल फ्यूल के साथ एक समस्या यह भी होती है कि यह पानी ज्यादा अवशोषित करता है, जिसके चलते वाहन के इंजन में जंग लगने का खतरा बना होता है. लेकिन फ्लेक्स ईंधन पर चलने वाले इंजनों को खासतौर पर डिजाइन किया जाता है, जिससे इसमें जंग लगने का खतरा नहीं होता है. हालांकि यह कार फिलहाल एक प्रोटोटाइप है, लेकिन आने वाले समय में इन कारों का उत्पादन भी किया जाएगा.