दिनहाटा : पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में शनिवार को केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रामाणिक (Union Minister Nisith Pramanik) के काफिले पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने हमला किया. हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. यह घटना साहिबगंज इलाके में उस समय हुई, जब वह प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ)के कार्यालय जा रहे थे, जहां पर आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है. इस साल दूसरी बार राज्य में उनके काफिले पर हमला हुआ है. पहली घटना 25 फरवरी को हुई थी.
मंत्री ने दावा किया कि वह तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बीडीओ कार्यालय जाने वाली सड़क को बाधित करने और कदाचार में संलिप्त होने की सूचना मिलने के बाद वहां जा रहे थे. प्रामाणिक ने आरोप लगाया, 'जब मैं बीडीओ कार्यालय जाने की कोशिश कर रहा था, तब मेरे काफिले पर पथराव किया गया और बम फेंके गए. तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की पिटाई की और हमारे उम्मीदवारों के नामांकन पत्र को नष्ट कर दिया गया. यह शर्मनाक है कि वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही.'
केंद्रीय मंत्री ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 (निषेधाज्ञा) लागू होने का हवाला देकर बीडीओ कार्यालय जाने से रोका गया, जबकि 'तृणमूल कार्यकर्ताओं को कार्यालय परिसर के बाहर जमा होने की अनुमति दी गई.' हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार करार दिया. प्रामाणिक ने जोर दिया कि नामांकन पत्रों की जांच केंद्रीय बलों की उपस्थिति में होनी चाहिए, ताकि पारदर्शी तरीके से प्रकिया संपन्न हो. टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में झड़प के दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर देसी बम से हमला करते नजर आ रहे हैं.
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल नेता और उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने भाजपा पर अपने कार्यकर्ताओं को राज्य के शांतिपूर्ण महौल को भंग करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया, भाजपा अशांति पैदा कर आगामी चुनाव को बाधित करने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय मंत्री केंद्रीय बलों के साथ गए थे और उन्होंने नामांकन पत्रों की जांच की प्रक्रिया बाधित करने की कोशिश की. वे भय का माहौल पैदा करने के लिए केंद्रीय बलों का इस्तेमाल कर रहे हैं.' गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान कई स्थानों पर हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं.
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(एजेंसी)