नई दिल्ली : पंजाब के तरन तारन जिले में 16 अक्टूबर 2020 को उनके द्वारा घर से संचालित किये जा रहे स्कूल में दो अज्ञात लोगों ने संधू (62) की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच शरू की है.
इस संबंध में एक अधिकारी ने बुधवार को एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया, पंजाब पुलिस द्वारा की गई शुरुआती जांच में यह सामने आया था कि पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादी लखवीर सिंह रोडे और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा रची गई साजिश के तहत इस हत्या को अंजाम दिया गया.
अधिकारियों ने कहा कि गैंगेस्टर से आतंकवादी बने गुरदासपुर के सुखमीत पाल सिंह के जरिये यह हत्या करवाई गई.
प्रवक्ता ने कहा कि इस अपराध की गंभीरता और इसके अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय निहितार्थों के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने एनआईए को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिये थे.
इन निर्देशों के अनुपालन में एनआईए ने फिर से मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
बता दें कि पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादियों और आईएसआई द्वारा रची गई साजिश के तहत दो बाइक सवारों ने उन्हें गोली मार दी थी. हत्या करने के बाद हमलावर तत्काल मोटरसाइकिल से फरार हो गए थे.
उनकी पत्नी जगदीश कौर के बयान पर भिखीविंड पुलिस थाने में आईपीसी और शस्त्र अधिनियम के धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया था.
पंजाब में जब आतंकवाद चरम पर था तब संधू और उनके परिवार ने बेखौफ होकर आतंकवादियों से मुकाबला किया. आतंकवाद के खिलाफ इस बेखौफ लड़ाई के लिये भारत सरकार ने 1993 में उन्हें 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया था.
संधू और कौर के अलावा उनके बड़े भाई रंजीत सिंह और उनकी पत्नी बलराज कौर को भी शौर्य चक्र दिया गया था.