नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) आईएस के 25 संदिग्ध आंतंकवादियों की तलाश में है जो अफगानिस्तान में छिपे हो सकते हैं. एनआईए को उनका पता लगाने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि आतंकवादियों के वर्तमान में तालिबान शासित अफगानिस्तान में अज्ञात स्थान पर छिपे होने का संदेह है. दूसरे यह भी पता नहीं चल पाया है कि उनमें से कितने अभी जीवित हैं.
जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें इन 25 आतंकवादियों के अस्तित्व और उनके ठिकाने की पुष्टि करने की जरूरत है. अधिकांश संदिग्ध केरल के रहने वाले हैं और वे देश भर में आतंकवाद से संबंधित विभिन्न मामलों में शामिल हैं. एजेंसी को संदेह है कि आईएस में शामिल हुए इन सभी 25 भारतीयों ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के नजदीक नंगरहार क्षेत्र में शरण ली होगी.
एनआईए ने मुंसिब नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक की भी पहचान की है जो मुख्य रूप से भारतीय युवाओं को लुभाने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के लिए ऑनलाइन इकाई संचालित करता है. माना जाता है कि मुंसिब भारतीय युवाओं को लुभाने के लिए इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ऑनलाइन इकाई को संभाल रहा है.
माना जा रह है कि मुंसिब ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर शरण ली है, जहां से वह आतंकी संगठनों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को संभालता है और युवाओं की भर्ती करता है. विडंबना यह है कि अफगानिस्तान में जेल ब्रेक के बाद कई ISKP आतंकवादी मुक्त हो गए हैं.
एजेंसी इस तथ्य के बाद स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है कि भागे हुए कई आतंकवादी भारत से हो सकते हैं. युवाओं को लुभाने के लिए आतंकियों की ऑनलाइन गतिविधियों पर भी एनआईए कड़ी नजर रखे हुए है.
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आतंकवादियों द्वारा युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए हूप, रॉकेटचैट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस बीच एनआईए उन एजेंसियों की मदद ले रही है जो ड्रोन को संभालने में माहिर हैं. गौरतलब है कि जम्मू एयरबेस पर हुए ड्रोन हमले की जांच एनआईए कर रही है.