नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के नाम पर कथित रूप से जारी किये गए भ्रामक संदेश विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हैं. इन पर संज्ञान लेते हुए जांच एजेंसी ने संदेशों को फर्जी बताते हुए अलर्ट जारी किया है. जांच एजेंसी ने कहा कि ऐसा कोई संदेश NIA की ओर से जारी किया गया है. ऐसे संदेश संपूर्ण रूप से फर्जी और दुर्भावना पूर्ण हैं. जनता को गुमराह करने की शरारती तत्वों की साजिश का हिस्सा है.
जांच एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में सोशल मीडिया के एक संदेश का जिक्र कर रही थी, जिसमें कहा गया था कि NIA ने सोशल मीडिया पर ISIS की विचारधारा का प्रचार करने वाले या युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए एक हॉटलाइन नंबर 011-24368800 जारी किया है. NIA ने कहा, "हम जनता से इस तरह के नकली और झूठे संदेशों से गुमराह न होने की अपील करते हैं. हालांकि, आतंकवादी गतिविधियों और तत्वों के बारे में जानकारी साझा कर देश और जनता को आतंकवाद से बचाने के लिए NIA से जुड़ने वाले का स्वागत है."
इस बीच, 21 जून को अमरावती केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या की जांच से संबंधित एक घटनाक्रम में, NIA ने पीएफआई के अमरावती के अध्यक्ष सोहेल नदवी सहित कई कार्यकर्ताओं से पूछताछ की. NIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम हत्या के मामले के सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." बता दें कि बुधवार को NIA ने उमेश कोल्हे की हत्या के सिलसिले में अमरावती के 13 स्थानों पर छापेमारी की.