नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान स्थित दहशतगर्द समूह हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े मादक-पदार्थ मामले में पंजाब के अमृतसर और गुरदासपुर में छापेमारी की तथा एक हवाला ऑपरेटर के यहां 20 लाख रुपये एवं 130 कारतूस बरामद किए.
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई अमृतसर के मनप्रीत सिंह के परिसरों पर की गई. वह रणजीत सिंह का करीबी सहयोगी है. रणजीत सिंह के खिलाफ हिजबुल के मादक पदार्थ-आतंकवाद मामले में आरोप पत्र दायर किया जा चुका है.
उन्होंने बताया कि नाइकू हिजबुल का तत्कालीन कमांडर है और जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के वास्ते कोष हासिल करने के लिए अमृतसर आया था.
एनआईए के अधिकारी के मुताबिक, पिछले साल 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक ट्रक और 29 लाख रुपये जब्त किए थे.
अधिकारी ने बताया कि पंजाब पुलिस ने 29 लाख रुपये जब्त करने के मामले में पिछले साल 25 अप्रैल को गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. ये पैसा मादक पदार्थ बेचकर अर्जित किया गया था.
बाद में जांच के दौरान एनडीपीएस कानून की धाराएं भी जोड़ी गई. एनआईए ने पिछले साल आठ मई को मामला फिर से दर्ज किया और मोहाली की विशेष एनआईए अदालत में 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
एनआईए के अधिकारी से कहा कि हवाला ऑपरेटर मनप्रीत सिंह ने हेरोइन, मादक पदार्थ की बिक्री से मिला पैसा और हथियार इकट्ठा किए और उन्हें रणजीत सिंह तथा इकबाल सिंह के निर्देश पर अपनी कार से ले गया.
अधिकारी ने बताया कि मनप्रीत सिंह मादक पदार्थ की बिक्री से अर्जित 35 लाख रुपये और हथियार मार्च 2020 में बिक्रम सिंह को सौंप दिए थे जो रणजीत सिंह का रिश्तेदार है.
गुरुवार को संदिग्ध के घर की ली गई तलाशी के दौरान, मादक पदार्थ की बिक्री से अर्जित 20 लाख रुपये, 9 एमएम की 130 कारतूस, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, एक कार, एक दो पहिया वाहन, संपत्ति से संबंधित दस्तावेज, अन्य आपत्तिजनक कागज़ात सहित कई चीज़े जब्त की गई हैं. मामले की छानबीन जारी है.