नई दिल्ली : राष्ट्रीय आवास बैंक (National Housing Bank) (एनएचबी) अपने मूल्य सूचकांक की गणना के लिए 50 शहरों (50 cities) में अभी तक बिक नहीं पाई आवासीय इकाइयों का ब्योरा जुटाने को एक एजेंसी की तलाश कर रहा है.
एनएचबी के अनुसार, इसमें निर्माणाधीन और पूरी तरह से तैयार दोनों तरह की आवासीय इकाइयां शामिल हैं. बिल्डरों और डेवलपरों से ये आंकड़े जुटाए जाएंगे.
एनएचबी रेजिडेक्स भारत का पहला आधिकारिक आवास मूल्य सूचकांक (एचपीआई) है. इसकी शुरुआत तिमाही आधार पर चुनिंदा शहरों में आवासीय संपत्तियों की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर नजर रखने के लिए जुलाई, 2007 में की गई थी.
एनएचबी ने बाहरी एजेंसी की नियुक्ति को अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) जारी करते हुए कहा कि उसे एनएचबी रेजिडेक्स के लिए निर्माणाधीन संपत्तियों के बाजार में मूल्य की गणना को बिना बिकी इकाइयों का ब्योरा जुटाने को एक एजेंसी की तलाश है.
यह भी पढ़ें- जेपी नड्डा का अखिलेश पर प्रहार, कहा- हम गन्ना और वो करते हैं जिन्ना की बात
आरएफपी में कहा गया, 'देश के 50 शहरों में निर्माणाधीन और तैयार हो चुकी लेकिन बिक नहीं पाई आवासीय इकाइयां का ब्योरा बिल्डरों/डेवलपर्स से जुटाया जाएगा.'
(पीटीआई भाषा)