किशनगंजः बिहार के किशनगंज में पुल क्षतिग्रस्त मामले में NHAI ने बड़ी कार्रवाई की है. NHAI ने पुल निर्माण से जुड़े 4 अधिकारियों को सस्पेंड करते हुए जांच शुरू कर दी है. NHAI बिहार जोन के क्षेत्रीय प्रबंधक अवधेश कुमार इसकी जानकारी दी है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पुल का निर्माण काम GR Infra Company कर रही है. पुल की निर्माण 1500 करोड़ रुपए के NH चोड़ीकरण के तहत किया जा रहा है. पुल क्षतिग्रस्त मामले की जांच के लिए चेन्नई से एक टीम को बुलाया गया है.
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"पुल क्षतिग्रस्त के मामले में चेन्नई से जांच टीम को बुलायी गयी है. साथ ही पुल निर्माण से जुड़े 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. चेन्नई की टीम जांच रिपोर्ट सौंपेगी, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी." -अवधेश कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, NHAI बिहार जोन
1500 करोड़ से बना रहा पुलः भागलपुर में अगुवानी पुल गिरने के बाद किशनगंज में भी पुल का पिलर धंस गया था. किशनगंज NH 327 पर ठाकुरगंज से बहादुरगंज के बीच मेची नदी पर पुल बन रहा है. पहली बारिश में ही पुल का एक पिलर धंस गया. इस तरह से पुल का पिलर धंसने से गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा है.
जांच के लिए टीम गठितः जिस मार्ग पर यह पुल निर्माण हो रहा है, वह सड़क अररिया-किशनगंज-सिलीगुड़ी को जोड़ती है. 1500 करोड़ की लागत से NH चौड़ीकरण के तहत काम किया जा रहा है. इस तरह से पुल का पिलर गिरने से एक बार फिर निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगा है, हालांकि इस बार जो पुल का पिलर गिरा है, वह केंद्र सरकार की योजना है. NHAI ने गंभीरता से लिया है और जांच के लिए टीम गठित की है.