कानपुर देहातः जिले में 13 फरवरी को हुई मां-बेटी की मौत के मामले से एक माह पहले यानी 14 जनवरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर और वायरल हुआ है. इस वीडियो में हादसे में मरने वाली मां और बेटी के साथ परिजन जिलाधिकारी कार्यालय पर न्याय मांगने पहुंचे थे. वीडियो आधी रात का बताया जा रहा है. जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद एडीएम और एसडीए के सामने पीड़ित व्यक्ति कपड़े उतार रहा है. इस वीडियो में अफसरों की कार्यशैली को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं. हालांकि इस वीडियो की ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता है.
वीडियो में न्याय मांगने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा पीड़ित कह रहा है कि 'डीएम साहब, आपके SDM साहब ने हमारा पक्का मकान गिरा दिया है, उस पर बुल्डोजर चला दिया है और अब हम लोग कहां जाएं'. इसी दौरान वहां पर ADM प्रशासन पहुंच गए. उन्होंने न पीड़तों की पीड़ा सुनी न ही उसका दुख-दर्द पूछा. ADM प्रशासन ने अपने अधिनिस्त अफसरों को मौके पर बुला लिया. इसके बाद सभी के सामने पीड़ित युवक के कपड़े उतरवा दिए गए. वीडियो में ADM प्रशासन कह रहें हैं कि 'कपड़े उतारो, जीप में डालो, जेल भेज दो'. इसके बाद पीड़ित परिवार पर मुकदमा भी दर्ज किया गया था. इस वायरल वीडियो को लेकर प्रशासनिक अफसरों की कार्यशैली को लेकर सवालिया निशान उठ रहे हैं.
13 फरवरी को हो गई थी मां-बेटी की मौत
बता दें कि 13 फरवरी की शाम को रूरा थाना क्षेत्र में तहसील प्रशासन की टीम अतिक्रमण की जद में आ रहे मंदिर को ध्वस्त करने गई थी. कुछ लोगों ने इसका विरोध किया. वहीं, इस दौरान मंदिर से कुछ दूरी पर बनी झोपड़ी में आग लग गई थी. आग लगने से झोपड़ी में रहने वाली मां-बेटी की मौत हो गई थी. फिलहाल अभी पूरे मामले की एसआईटी जांच कर रही है.
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