नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अतिरिक्त उच्च-मूल्य और समय के प्रति संवेदनशील कार्गो की ढुलाई के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सुपर-फास्ट पार्सल सेवाओं को शुरू करने की योजना बना रहा है. विशेष प्रकार के कार्गो वर्तमान में परिवहन के अन्य साधनों के माध्यम से ले जाये जा रहे हैं. रेल मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि इन सेवाओं की योजना वंदे भारत प्लेटफॉर्म पर बने नए 'फ्रेट ईएमयू रोलिंग-स्टॉक' के जरिए बनाई जा रही है, जिसका पहला रेक जल्द ही सेवा में आने की संभावना है.
कुछ संभावित ग्राहकों के साथ बातचीत के आधार पर, पहली सेवा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र और मुंबई क्षेत्र के बीच शुरू की जा रही है. इसमें कहा गया है कि अगले तीन हफ्तों के भीतर पहचाने गए टर्मिनलों पर आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुविधाएं समयबद्ध तरीके से बनाई जा सकती हैं.
फ्रेट ईएमयू रेक की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- परिचालन गति क्षमता: 160 किमी/घंटा
- पैलेटाइज्ड कंटेनर परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया
- वितरित बिजली, 50 प्रतिशत शक्ति के साथ
- 1,800 मिमी चौड़ा स्वचालित स्लाइडिंग प्लग दरवाजे
- पैलेटों की आसान हैंडलिंग के लिए लॉकिंग व्यवस्था के साथ वायवीय रूप से वापस लेने योग्य रोलर फ्लोर सिस्टम
- तापमान संवेदनशील कार्गो के लिए रीफर कंटेनरों को लोड करने का प्रावधान
- पेलोड: 264 टन (16 कार फॉर्मेशन में)
ऐसी ट्रेनों के सफल प्रक्षेपण के लिए, क्षेत्रीय रेलवे से क्षेत्रीय/मंडल स्तर पर संभावित ग्राहकों की पहचान करने और उनके साथ बातचीत करने और प्रारंभिक सेवाओं को चलाने के लिए टर्मिनलों की पहचान करने, यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि फ्रेट ईएमयू सेवाओं को चलाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा और सुविधाएं आवश्यक हों. संबंधित क्षेत्रीय रेलवे के परामर्श से सेवाओं के लिए समय-सारणी तय करने के अलावा, चुने गए टर्मिनलों पर भी काम हो रहा है.
(एएनआई)