भोपाल। मध्यप्रदेश के करीब 100 नए थानों में एक मिनी जिम भी बनाया जाएगा. साथ ही एक स्लीपिंग रूम भी रखा जाएगा, जहां पुलिसकर्मी थकान होने पर एक छोटी झपकी ले सके. इसके लिए होम डिपार्टमेंट में प्रस्ताव तैयार किया गया है है और जल्द ही इसे अमल में लाया जाएगा. दरअसल थानों में पुलिसकर्मियों के भीतर बढ़ती तनाव की घटनाओं से पुलिस महकमा चिंतित है और कई दौर की बातचीत की गई कि कैसे पुलिसकर्मियों को फिट और तनाव मुक्त रखा जाए.
चुने जाएंगे फिटनेस के दिवाने, बनेंगे कोट: पूरे एमपी के थानों का एक डाटा एकत्रित किया गया, जिसमें पुलिसकर्मी अनफिट और कई तरह की बीमारियों से घिरे हुए पाए गए. इसी डाटा के आधार पर दो बातें तय हुई कि थाने में ही एक मिनी जिम बना दिया जाए, जहां पुलिसकर्मी खुद को फिट रखने के लिए व्यायाम कर सकें. साथ ही एक स्लीपिंग रूम भी बनाया जाए, ताकि पुलिसकर्मी कई घंटें की नौैकरी के बाद थाने में ही विश्राम भी कर सकें. इसकी शुरूआत ऐसे थानों से होगी, जो शहरी क्षेत्र से दूर हैं है और पुलिसकर्मी कई महीनों तक अपने घर से दूर रहते हैं. इन थानों को रीडवलप किया जाएगा. थानों के भीतर दो-दो नाम ऐसे बुलवाए गए हैं, जिन्हें फिटनेस का भूत सवार हैं. इसमें पद की बजाय फिटनेस क्रायटेरिया रखा गया है. अफसरों ने बताया कि "अभी नई भर्ती में जो नए सिपाही आए हैं, उनमें से कई फिटनेस को लेकर दिवाने हैं. इन्हीं में से कोच बनाए जाएंगे, पहले फेज में 100 थानों में इसे शुरू करेंगे और इसके परिणाम देखने के बाद बाकी थानों में भी शुरू करेंगे." इस मामले में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि "शहरी क्षेत्र के थानों में जिम है, अब दूर दराज के थानों में भी शुरूआत करने की जरूरत है."
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नौ साल पहले हुई थी शुरूआत, शहर तक प्रोजेक्ट सिमटकर रह गया: मप्र में भाजपा की सरकार ने ही करीब नौ साल पहले प्रदेश के हर 10 थानों के बीच एक जिम खाेलने का निर्णय लिया था, जहां पर पुलिसकर्मी फिट रहने के लिए व्यायाम कर सके. यहां तक कि थानों में ही शुद्ध भोजन का इंतजाम करने का फैसला भी लिया गया था, तत्कालीन गृहमंत्री स्वर्गीय बाबूलाल गौर ने यह योजना तैयार की थी. तत्कालीन गृहमंत्री गौर का मानना था कि "प्रदेश के अधिकांश पुलिसकर्मी विभिन्न बीमारियों से ग्रसित रहते हैं, इसके बाद भी पुलिस कर्मी प्रतिदिन 12 से 14 घंटे डयूटी करते हैं, इसलिए उन्हें फिट रखने के लिए नियमित व्यायाम की जरूरत है. इसे ध्यान में रखकर ही जिमखाना शुरू करने की योजना बनाई जा रही है, इसमें से जिम खोलने वाली योजना पर काम शुरू हुआ और शहरी थाना क्षेत्र में यह जिम शुरू भी हुए. जैसे भोपाल के टीटी नगर थाने में जिम चलता है,लेकिन यह योजना बहुत आगे नहीं बढ़ पाई."