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नए बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार सोमवार को दिल्ली में नेताओं से करेंगे मुलाकात

पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुकांत मजूमदार पहली बार सोमवार को दिल्ली आ रहे हैं, जहां वह पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे.

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Published : Sep 26, 2021, 9:09 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुकांत मजूमदार पहली बार सोमवार को दिल्ली आ रहे हैं, जहां वह पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे. मजूमदार, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता से मुलाकात करेंगे.

हालांकि पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी घोषित नहीं किया है, लेकिन पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया है कि मजूमदार मुख्य रूप से राज्य की संगठनात्मक समस्याओं को सुलझाने के लिए बुधवार को नड्डा और संतोष सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. मजूमदार पार्टी से हालिया पलायन पर भी बातचीत करेंगे. राज्य सचिव के राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराने की भी संभावना है.

राज्य नेतृत्व पहले ही संकेत दे चुका है कि 'दुर्गा पूजा' के ठीक बाद राज्य भाजपा पदानुक्रम में एक बड़ा फेरबदल होने की संभावना है, जहां नए और युवा नेताओं और उत्तर बंगाल के अधिक प्रतिनिधित्व को वरीयता मिलेगी.

मजूमदार, जिन्हें आरएसएस का विश्वसनीय व्यक्ति माना जाता है, निश्चित रूप से आरएसएस के लोगों को पार्टी में लाने की कोशिश करेंगे. वहीं देबोजीत सरकार, तुषार घोष, देबाश्री चौधरी और देबतनु जैसे लोगों को पार्टी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है. संकेत यह भी हैं कि ज्योतिर्मय सिंह महतो के अलावा अन्य सभी चार महासचिवों को बदलने की संभावना है.

जानकारी के अनुसार, न केवल राज्य नेतृत्व में बल्कि जिला नेतृत्व में भी भारी बदलाव की संभावना है. कुल मिलाकर 39 संगठनात्मक जिले हैं जिनका नेतृत्व एक जिलाध्यक्ष करता हैं.

सूत्रों ने बताया कि महासचिवों के पदों के बाद पार्टी यूथ विंग, किसान विंग, महिला विंग और अल्पसंख्यक विंग की शाखा संगठनों के पद अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. सूत्रों ने बताया कि मृत जिलाध्यक्ष को निश्चित रूप से बदला जाएगा, और युवा पीढ़ी के नए चेहरों को इसमें शामिल किया जाएगा.

मजूमदार को पार्टी में आने वाले परिवर्तनों के संबंध में राष्ट्रीय नेतृत्व के अनुमोदन की आवश्यकता होगी.

पढ़ें - भबानीपुर चुनाव : गुजरात की तुलना में पश्चिम बंगाल शांतिप्रिय राज्य : ममता बनर्जी

पार्टी के सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि प्रदेश अध्यक्ष एक तंत्र विकसित करने के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे ताकि पार्टी से पलायन को रोका जा सके. मुकुल रॉय और बाबुल सुप्रियो जैसे वरिष्ठ नेता पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं और तृणमूल कांग्रेस ने धमकी दी है कि अधिक वरिष्ठ नेता सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं.

मजूमदार के करीबी सूत्रों ने यह भी कहा कि प्रदेश अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के इच्छुक हैं, यदि वे उन्हें मुलाकात का समय दें. हालांकि अभी तक मोदी और अमित शाह की तरफ से इस बात को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुकांत मजूमदार पहली बार सोमवार को दिल्ली आ रहे हैं, जहां वह पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे. मजूमदार, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता से मुलाकात करेंगे.

हालांकि पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी घोषित नहीं किया है, लेकिन पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया है कि मजूमदार मुख्य रूप से राज्य की संगठनात्मक समस्याओं को सुलझाने के लिए बुधवार को नड्डा और संतोष सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. मजूमदार पार्टी से हालिया पलायन पर भी बातचीत करेंगे. राज्य सचिव के राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराने की भी संभावना है.

राज्य नेतृत्व पहले ही संकेत दे चुका है कि 'दुर्गा पूजा' के ठीक बाद राज्य भाजपा पदानुक्रम में एक बड़ा फेरबदल होने की संभावना है, जहां नए और युवा नेताओं और उत्तर बंगाल के अधिक प्रतिनिधित्व को वरीयता मिलेगी.

मजूमदार, जिन्हें आरएसएस का विश्वसनीय व्यक्ति माना जाता है, निश्चित रूप से आरएसएस के लोगों को पार्टी में लाने की कोशिश करेंगे. वहीं देबोजीत सरकार, तुषार घोष, देबाश्री चौधरी और देबतनु जैसे लोगों को पार्टी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है. संकेत यह भी हैं कि ज्योतिर्मय सिंह महतो के अलावा अन्य सभी चार महासचिवों को बदलने की संभावना है.

जानकारी के अनुसार, न केवल राज्य नेतृत्व में बल्कि जिला नेतृत्व में भी भारी बदलाव की संभावना है. कुल मिलाकर 39 संगठनात्मक जिले हैं जिनका नेतृत्व एक जिलाध्यक्ष करता हैं.

सूत्रों ने बताया कि महासचिवों के पदों के बाद पार्टी यूथ विंग, किसान विंग, महिला विंग और अल्पसंख्यक विंग की शाखा संगठनों के पद अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. सूत्रों ने बताया कि मृत जिलाध्यक्ष को निश्चित रूप से बदला जाएगा, और युवा पीढ़ी के नए चेहरों को इसमें शामिल किया जाएगा.

मजूमदार को पार्टी में आने वाले परिवर्तनों के संबंध में राष्ट्रीय नेतृत्व के अनुमोदन की आवश्यकता होगी.

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पार्टी के सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि प्रदेश अध्यक्ष एक तंत्र विकसित करने के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे ताकि पार्टी से पलायन को रोका जा सके. मुकुल रॉय और बाबुल सुप्रियो जैसे वरिष्ठ नेता पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं और तृणमूल कांग्रेस ने धमकी दी है कि अधिक वरिष्ठ नेता सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं.

मजूमदार के करीबी सूत्रों ने यह भी कहा कि प्रदेश अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के इच्छुक हैं, यदि वे उन्हें मुलाकात का समय दें. हालांकि अभी तक मोदी और अमित शाह की तरफ से इस बात को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है.

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