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'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाई जाएगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती - Netaji subhash chandra bose

सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है, जिस पर ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 23 जनवरी पर राष्ट्रीय अवकाश होना चाहिए.

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Published : Jan 19, 2021, 1:07 PM IST

Updated : Jan 19, 2021, 1:40 PM IST

नई दिल्ली : संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन (23 जनवरी) को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है.

मंत्रालय ने कहा, भारत सरकार ने नेताजी की राष्ट्र के लिए नि: स्वार्थ सेवा को सम्मानित करने और याद रखने के लिए साथ ही देश के लोगों, विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर साल 23 जनवरी को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है.

मंत्रालय का गजेट
मंत्रालय का गजेट

बता दें कि केंद्र सरकार पूरे 1 साल तक नेताजी की 125 वी जयंती मनाएगी. इस क्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले की गई यह घोषणा महत्वपूर्ण है. वहीं 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने को लेकर ममता बनर्जी की सरकार 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित करने की बात कही है.

राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि बंगाल सरकार नेताजी को सम्मान देने के लिए 23 जनवरी को हर साल सुभाष उत्सव मनाती है. इस संबंध में एक राज्य स्तरीय समारोह 2014 से दार्जिलिंग में आयोजित किया जा रहा है.

पढ़ें :- नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती, उच्च स्तरीय समिति का गठन

वहीं नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते ने कहा, भारत नेताजी सुभाष चंद्र बोस के कारण आजाद हुआ. काफी सालों से भारत की जनता नेताजी का जन्मदिन देश प्रेम दिवस के रूप में मना रही है. इस घोषणा से हम खुश हैं, लेकिन अगर भारत सरकार 23 जनवरी की देश प्रेम दिवस के रूप में घोषणा करती तो ज्यादा उपयुक्त होता.

नई दिल्ली : संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन (23 जनवरी) को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है.

मंत्रालय ने कहा, भारत सरकार ने नेताजी की राष्ट्र के लिए नि: स्वार्थ सेवा को सम्मानित करने और याद रखने के लिए साथ ही देश के लोगों, विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर साल 23 जनवरी को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है.

मंत्रालय का गजेट
मंत्रालय का गजेट

बता दें कि केंद्र सरकार पूरे 1 साल तक नेताजी की 125 वी जयंती मनाएगी. इस क्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले की गई यह घोषणा महत्वपूर्ण है. वहीं 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने को लेकर ममता बनर्जी की सरकार 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित करने की बात कही है.

राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि बंगाल सरकार नेताजी को सम्मान देने के लिए 23 जनवरी को हर साल सुभाष उत्सव मनाती है. इस संबंध में एक राज्य स्तरीय समारोह 2014 से दार्जिलिंग में आयोजित किया जा रहा है.

पढ़ें :- नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती, उच्च स्तरीय समिति का गठन

वहीं नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते ने कहा, भारत नेताजी सुभाष चंद्र बोस के कारण आजाद हुआ. काफी सालों से भारत की जनता नेताजी का जन्मदिन देश प्रेम दिवस के रूप में मना रही है. इस घोषणा से हम खुश हैं, लेकिन अगर भारत सरकार 23 जनवरी की देश प्रेम दिवस के रूप में घोषणा करती तो ज्यादा उपयुक्त होता.

Last Updated : Jan 19, 2021, 1:40 PM IST
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