नई दिल्ली: विदेशी प्रतिनिधियों की लगातार भारत यात्रा के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा (Nepals Prime Minister Sher Bahadur Deuba) ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (External Affairs Minister Dr S Jaishankar) से मुलाकात की. साथ ही विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से भी नेपाली पीएम की मुलाकात हुई है. यह मुलाकात उस वक्त हुई, जब यूक्रेन संकट के बीच भू-राजनैतिक स्थितियां बदलती दिख रही हैं.
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा तीन दिवसीय भारत दौरे के लिए नई दिल्ली पहुंचे. साथ में उनकी पत्नी आरजू राणा देउबा भी भारत दौरे पर आई हैं. यह पहली बार है कि प्रधानमंत्री जुलाई 2021 में पदभार ग्रहण करने के बाद किसी विदेशी देश की आधिकारिक दौरे पर हैं. देउबा ने शुक्रवार विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला भी मौजूद रहे. देउबा शनिवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे.
इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान नेपाल के प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात करके प्रसन्नता हुई. विश्वास है कि यह यात्रा हमारे निकट पड़ोसी संबंधों को और मजबूत करेगी. नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा अपनी पत्नी आरजू राणा देउबा, विदेश मंत्री नारायण खडका सहित अन्य मंत्रियों व सचिवों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं. यहां पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. नेपाल के पीएम का स्वागत करते हुए EAM के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि एक विशेष मित्र का भव्य स्वागत.
उनके आगमन पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा महासचिव विनोद तावड़े और पार्टी के प्रभारी, विदेश मामलों के विभाग, विजय चौथवाले के साथ उनका स्वागत किया. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नेपाल के प्रधानमंत्री को पार्टी की संरचना के बारे में और महामारी के दौरान भाजपा द्वारा की गई कल्याणकारी गतिविधियों और समन्वय के बारे में जानकारी दी. उन्होंने हर स्तर पर पार्टी से बातचीत को बढ़ाने पर भी जोर दिया. उन्होंने विशेष रूप से दोनों पक्षों के युवा नेताओं के साथ-साथ महिला नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के आदान-प्रदान का प्रस्ताव रखा.
यह भी पढ़ें- भारत पहुंचे नेपाल के पीएम देउबा, नड्डा से की मुलाकात
देउबा शनिवार को पीएम मोदी से मिलने वाले हैं. आधिकारिक कार्यक्रमों के अलावा वे वाराणसी भी जाएंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले के चार कार्यकालों में से प्रत्येक में भारत का दौरा किया है. प्रधानमंत्री के रूप में उनकी सबसे हालिया यात्रा 2017 में हुई थी. यह यात्रा दोनों देशों के बीच समय-समय पर उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा में है. यह दोनों पक्षों को विकास और आर्थिक साझेदारी, व्यापार, स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग, बिजली, कनेक्टिविटी, लोगों से लोगों के बीच संपर्क और आपसी हित के अन्य मुद्दों पर बातचीत का मौका देता है. नेपाल में राजनीतिक संकट के बीच ओली के कार्यकाल के दौरान उनके कुछ बयानों के बाद भारत-नेपाल संबंध निम्न स्तर पर रहे हैं. इसलिए देउबा की यात्रा से दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों में और सुधार की उम्मीद की जा सकती है.