वाराणसी : कोरोना संक्रमण एवं हृदयाघात आने से पद्मभूषण पंडित राजन मिश्र का रविवार को दिल्ली में निधन हो गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें सही समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल सकी. जिसके कारण शाम करीब 6:30 बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली. इससे पहले रविवार की सुबह पंडित राजन मिश्र की हालत गंभीर बनी हुई थी. दिल्ली के सेंट स्टीफेंस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार, शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्र को कोरोना के साथ हृदय की भी कुछ समस्या आई थी. ट्विटर पर कुछ लोगों ने उनके लिए एक बेड और ऑक्सीजन की मदद मांगी, जिसके बाद उनको भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. परिजनों और पड़ोसियों ने आरोप लगाया कि अगर पंडित राजन मिश्र को सही समय पर ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा मिल जाती तो शायद अभी उनकी मौत न होती.
ये भी पढ़ें: पंडित राजन मिश्र के निधन पर संगीत जगत में शोक, पीएम और सीएम ने भी जताया दुख
'समय पर प्रशासन ने नहीं की मदद'
पंडित राजन मिश्र की पड़ोसी अलका पटेल ने बताया कि रविवार सुबह पता चला कि उनकी तबीयत ज्यादा खराब है. शाम होते ही उनकी मौत की खबर सामने आई. पता चला कि उनको कोरोना वायरस के बाद सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी. कोशिश करने के बावजूद उन्हें ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिली, जिसके कारण काशी का एक चमकता सितारा डूब गया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार या प्रशासन पहले ही उनकी मदद कर देते तो शायद अभी वह हम लोगों के बीच में होते.
ये भी पढ़ें : बनारस घराने की सैकड़ों साल पुरानी विरासत के प्रतिनिधि थे पंडित राजन मिश्र