नई दिल्ली: राजधानी से एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है. सफदरजंग अस्पताल के बाहर एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. इस घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की एक टीम ने सफदरजंग अस्पताल में तथ्यों की जांच के लिए दौरा किया. इस मामले में पांच डॉक्टरों को उच्च स्तरीय जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है. महिला और नवजात शिशु वर्तमान में अस्पताल की निगरानी में है. इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है.
परिजनों के मुताबिक, सोमवार रात महिला को प्रसव पीड़ा हुई और वो दर्द से चिल्ला रही थी. महिला के परिजन उसे तुरंत सफदरजंग अस्पताल लेकर पहुंचे, मगर उसे समय पर एडमिट नहीं किया गया. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि महिला के आसपास कुछ महिलाओं ने घेरा बनाया हुआ है, जो उसकी डिलीवरी करा रही हैं. वीडियो में अस्पताल प्रशासन की सिक्योरिटी गार्ड्स भी दिखाई दे रही हैं. हालांकि, डिलीवरी के बाद महिला और नवजात को अस्पताल में एडमिट किया गया. जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
दिल्ली महिला आयोग ने जारी किया नोटिस
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि हमने सोशल मीडिया पर वीडियो देखा. इसमें एक महिला की सफदरजंग अस्पताल के बाहर डिलीवरी हो रही है. साथ खड़ी महिलाएं जो डिलीवरी करवा रही हैं, वे कह रही हैं कि महिला रात भर अस्पताल के बाहर पड़ी रही और उसे एडमिट नहीं किया गया. ये शर्मनाक है. उन्होने कहा कि मैंने मामले में सफदरजंग अस्पताल को नोटिस इशू किया है. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर का एक वीडियो आज सुबह से वायरल है. यहां पर दर्द से तड़प रही गर्भवती महिला को समय से एडमिट नहीं किया गया. लिहाजा, महिला ने अस्पताल परिसर में सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया.
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