नई दिल्ली : राजस्थान के डीजीपी की मुश्किलें कम हाेने का नाम नहीं ले रही हैं. गैर जिम्मेदराना बयान से हुई किरकिरी के बाद अब एनसीडब्ल्यू (National Commission for Women) ने राज्य डीजीपी एमएल लाठर को नाेटिस भेजा है.
आपकाे बता दें कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों के संबंध में डीजीपी राजस्थान को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया है.
महिलाओं के साथ हुई 'बदसलूकी'
दरअसल, राष्ट्रीय महिला आयोग ने जयपुर के इलाके से लोगों को 'जबरन हटाए जाने' के दौरान कुछ महिलाओं के साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने से जुड़ी खबरों को लेकर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर को तलब किया है. इस घटना का संज्ञान लेते हुए आयोग ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करें.
महिला आयोग ने एक बयान में कहा कि जयपुर के परशुराम सर्किल में रह रहे लोगों को जबरन हटाने से जुड़ी खबरों का महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. राजस्थान के पुलिस महानिदेशक से कहा गया है कि वह 14 जून को दिन में 12.30 बजे आयोग के समक्ष उपस्थित हों.
डीजीपी से मांगा स्पष्टीकरण
आयोग ने बताया कि अधिकारियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी किए जाने और कोविड प्रोटोकॉल की उपेक्षा करने को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उपस्थित होने के डीजीपी के आग्रह को स्वीकार कर लिया है. महिला आयोग के मुताबिक, डीजीपी से कहा गया है कि वह महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों के मामलों की स्थिति का भी ब्योरा प्रदान करें.
विवादाें से है पुराना नाता
बता दें कि इसके पहले राज्य में बढ़ती रेप की घटनाओं पर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठर का एक गैर-जिम्मेदाराना बयान सामने आया था, जिसमें लाठर ने कहा था ऑनलाइन क्लासेज से रेप केस बढ़े हैं. कोरोना समय में ऑनलाइन क्लासेज दुष्कर्म का कारण बना है.
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लाठर का कहना है, प्रदेश में दुष्कर्म के जो मामले हाल ही में सामने आए हैं, उनमें यह देखा गया है कि दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नशे के और अश्लील वीडियो (Porn video) देखने के आदी हैं.