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मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं : समीर वानखेड़े - NCB Mumbai Zonal Director Sameer Wankhede

एनसीबी के उत्तरी क्षेत्र के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बुधवार काे बताया कि एनसीबी की सतर्कता जांच टीम समीर वानखेड़े का बयान दर्ज कर रही है. वहीं क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े ने स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ लगाए गए सारे आराेप झूठे हैं.

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Published : Oct 27, 2021, 5:01 PM IST

Updated : Oct 27, 2021, 5:13 PM IST

मुंबई : एनसीबी मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े बुधवार काे जांच टीम के समक्ष पेश हुए. एजेंसी की 5 सदस्यीय टीम के सामने पेश होने के बाद के बाद उन्हाेंने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं.

इधर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के उत्तरी क्षेत्र के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बुधवार को बताया कि विभागीय सतर्कता जांच के तहत उन्होंने एजेंसी के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े का बयान दर्ज करने का कार्य शुरू कर दिया है. यह जांच क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ मिलने के बाद एक आरोपी से कथित वसूली के आरोपों को लेकर की जा रही है.

डीडीजी सिंह ने मीडिया को बताया कि पांच सदस्यीय सतर्कता टीम बुधवार सुबह मुंबई पहुंची और उसने अपनी जांच शुरू कर दी है जिसके तहत दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय से कुछ दस्तावेजों और रिकॉर्डिंग को एकत्र किया गया है. सिंह वसूली के मामले की विभागीय सतर्कता जांच का नेतृत्व कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि मामले की जांच के दौरान सभी गवाहों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा, मैं किसी व्यक्ति का नाम नहीं लूंगा. हालांकि, संवाददाताओं द्वारा सवाल किए जाने पर अधिकारी ने बाद में बताया कि वानखेड़े का बयान दर्ज किया जा रहा है. यह संवेदनशील जांच हैं और वास्तविक समय में जांच संबंधी जानकारी साझा करना संभव नहीं हैं, हम विस्तृत जानकारी साझा नहीं कर पाएंगे.

एनसीबी के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में सिंह ने कहा कि हमने अपनी जांच शुरू कर दी है और गवाहों को बयान दर्ज कराने के लिए बुला रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर इस मामले में वानखेड़े और अन्य से भी बात करेंगे.

संवाददाताओं ने जब पूछा कि क्या वानखेड़े क्रूज जहाज से मादक पदार्थ जब्त होने के मामले की जांच जारी रखेंगे तो सिंह ने कहा कि वह उस मामले की जांच को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे क्योंकि वह उससे सीधे तौर पर नहीं जुड़े हैं. अधिकारी ने कहा कि वह मुंबई सतर्कता जांच के लिए आए हैं.

एनसीबी ने मामले में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल के दावों की सतर्कता जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने दावा किया था कि क्रूज़ जहाज छापेमारी मामले में आरोपी आर्यन खान को छोड़ने के लिए एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक सीमर वानखेड़े सहित एजेंसी के कुछ अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये मांगे थे.

ज्ञानेश्वर सिंह इन आरोपों की जांच करेंगे. सिंह, संघीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) भी हैं. सिंह के यहां पहुंचने पर एनसीबी कार्यालय के बाहर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लग गया था. क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ जब्त करने के मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे वानखेड़े मंगलवार को दिल्ली स्थित एनसीबी के मुख्यालय गए थे और वहां पर दो घंटे का समय बिताया था.

सूत्रों ने पहले कहा था कि जांच में इस मामले में एनसीबी के एक अन्य स्वतंत्र गवाह के पी गोसावी के छापेमारी के बाद आर्यन खान के करीब होने और तीन अक्टूबर को मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल से गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को हिरासत में सौंपने के दौरान अधिकारियों द्वारा अपनाई गई प्रक्रियाओं पर भी गौर किया जाएगा.

सोशल मीडिया और कई समाचार मंचों पर गोसावी की आर्यन खान के साथ की तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे. उन्होंने कहा कि मामले में शामिल सभी अधिकारियों तथा गवाहों की भूमिका की जांच की जाएगी और यह भी देखा जाएगा कि क्या उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम में राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) कानून में उल्लिखित एनसीबी नियमों एवं प्रक्रियाओं का पालन किया था या नहीं.

वानखेड़े ने रविवार को मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागरले को पत्र लिख कर उनके खिलाफ कुछ अज्ञात लोगों द्वारा संभावित कानूनी कार्रवाई की योजना बनाये जाने से संरक्षण की मांग की थी.उन्होंने आरोप लगाया था कि वे लोग उन्हें फंसाना चाहते हैं. हालांकि, वानखड़े को वसूली संबंधी स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल द्वारा किये गये सनसनीखेज दावे पर एक हलफनामे के सिलसिले में सोमवार को कोई राहत नहीं मिल पाई थी. एक विशेष अदालत ने कहा है कि वह दस्तावेजों को संज्ञान में लेने से अदालतों को रोकने का आदेश जारी नहीं कर सकती.

पढ़ें : एनसीबी अधिकारी वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच करने मुंबई पहुंचे डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह

मुंबई : एनसीबी मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े बुधवार काे जांच टीम के समक्ष पेश हुए. एजेंसी की 5 सदस्यीय टीम के सामने पेश होने के बाद के बाद उन्हाेंने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं.

इधर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के उत्तरी क्षेत्र के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बुधवार को बताया कि विभागीय सतर्कता जांच के तहत उन्होंने एजेंसी के मुंबई क्षेत्र के निदेशक समीर वानखेड़े का बयान दर्ज करने का कार्य शुरू कर दिया है. यह जांच क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ मिलने के बाद एक आरोपी से कथित वसूली के आरोपों को लेकर की जा रही है.

डीडीजी सिंह ने मीडिया को बताया कि पांच सदस्यीय सतर्कता टीम बुधवार सुबह मुंबई पहुंची और उसने अपनी जांच शुरू कर दी है जिसके तहत दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय से कुछ दस्तावेजों और रिकॉर्डिंग को एकत्र किया गया है. सिंह वसूली के मामले की विभागीय सतर्कता जांच का नेतृत्व कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि मामले की जांच के दौरान सभी गवाहों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा, मैं किसी व्यक्ति का नाम नहीं लूंगा. हालांकि, संवाददाताओं द्वारा सवाल किए जाने पर अधिकारी ने बाद में बताया कि वानखेड़े का बयान दर्ज किया जा रहा है. यह संवेदनशील जांच हैं और वास्तविक समय में जांच संबंधी जानकारी साझा करना संभव नहीं हैं, हम विस्तृत जानकारी साझा नहीं कर पाएंगे.

एनसीबी के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में सिंह ने कहा कि हमने अपनी जांच शुरू कर दी है और गवाहों को बयान दर्ज कराने के लिए बुला रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर इस मामले में वानखेड़े और अन्य से भी बात करेंगे.

संवाददाताओं ने जब पूछा कि क्या वानखेड़े क्रूज जहाज से मादक पदार्थ जब्त होने के मामले की जांच जारी रखेंगे तो सिंह ने कहा कि वह उस मामले की जांच को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे क्योंकि वह उससे सीधे तौर पर नहीं जुड़े हैं. अधिकारी ने कहा कि वह मुंबई सतर्कता जांच के लिए आए हैं.

एनसीबी ने मामले में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल के दावों की सतर्कता जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने दावा किया था कि क्रूज़ जहाज छापेमारी मामले में आरोपी आर्यन खान को छोड़ने के लिए एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक सीमर वानखेड़े सहित एजेंसी के कुछ अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये मांगे थे.

ज्ञानेश्वर सिंह इन आरोपों की जांच करेंगे. सिंह, संघीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) भी हैं. सिंह के यहां पहुंचने पर एनसीबी कार्यालय के बाहर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लग गया था. क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ जब्त करने के मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे वानखेड़े मंगलवार को दिल्ली स्थित एनसीबी के मुख्यालय गए थे और वहां पर दो घंटे का समय बिताया था.

सूत्रों ने पहले कहा था कि जांच में इस मामले में एनसीबी के एक अन्य स्वतंत्र गवाह के पी गोसावी के छापेमारी के बाद आर्यन खान के करीब होने और तीन अक्टूबर को मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल से गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को हिरासत में सौंपने के दौरान अधिकारियों द्वारा अपनाई गई प्रक्रियाओं पर भी गौर किया जाएगा.

सोशल मीडिया और कई समाचार मंचों पर गोसावी की आर्यन खान के साथ की तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे. उन्होंने कहा कि मामले में शामिल सभी अधिकारियों तथा गवाहों की भूमिका की जांच की जाएगी और यह भी देखा जाएगा कि क्या उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम में राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) कानून में उल्लिखित एनसीबी नियमों एवं प्रक्रियाओं का पालन किया था या नहीं.

वानखेड़े ने रविवार को मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागरले को पत्र लिख कर उनके खिलाफ कुछ अज्ञात लोगों द्वारा संभावित कानूनी कार्रवाई की योजना बनाये जाने से संरक्षण की मांग की थी.उन्होंने आरोप लगाया था कि वे लोग उन्हें फंसाना चाहते हैं. हालांकि, वानखड़े को वसूली संबंधी स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल द्वारा किये गये सनसनीखेज दावे पर एक हलफनामे के सिलसिले में सोमवार को कोई राहत नहीं मिल पाई थी. एक विशेष अदालत ने कहा है कि वह दस्तावेजों को संज्ञान में लेने से अदालतों को रोकने का आदेश जारी नहीं कर सकती.

पढ़ें : एनसीबी अधिकारी वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच करने मुंबई पहुंचे डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह

Last Updated : Oct 27, 2021, 5:13 PM IST
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