बीजापुर: बीजापुर में बीते 11 जनवरी 2023 को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस एनकाउंटर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हवाई हमले का आरोप लगाया था. इस हवाई हमले के लिए मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने एक ग्रामीण ताती हड़मा को मौत के घाट उतार दिया है. बोटेतोंग निवासी ताती हड़मा को मारने के बाद नक्सलियों की तरफ से प्रेस नोट जारी कर इस घटना की जिम्मेदारी ली गई है.
नक्सलियों ने ताती हड़मा पर सुरक्षाबलों की मदद का आरोप लगाया: नक्सलियों ने ताती हड़मा पर नक्सलियों के ठिकानों की जानकारी सुरक्षा बलों को देने का आरोप लगाया है. माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर लिखा है कि ताती हड़मा ने नक्सली मुठभेड़ के दौरान माओवादी ठिकानों पर हवाई फायरिंग के लिए सटीक लोकेशन की जानकारी दी थी.
ताती हड़मा पर मुखबिर होने का लगाया आरोप: नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया है कि तीन साल पहले ताती हड़मा दंतेवाड़ा में 12वीं की पढ़ाई कर रहा था. इस दौरान उसे सुरक्षाबलों और पुलिस ने धमकाया और पैसों का लालच देकर मुखबिर बनाया. 11 जनवरी को पुलिस नक्सली मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने ताती हड़मा को पकड़ लिया था. उसके बाद उसे मौत की सजा दी गई. मुखबिरी को लेकर उसकी हत्या की गई है.
11 जनवरी को बीजापुर में क्या हुआ था: 11 जनवरी 2023 को बीजापुर में नक्सल मुठभेड़ हुआ था. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया था कि उनके ऊपर सुरक्षाबलों ने एयर स्ट्राइक किया है. जबकि सुरक्षाबलों की तरफ से इस आरोप को खारिज किया गया था. सीआरपीएफ आईजी की तरफ से इस नक्सल हमले को लेकर बयान जारी किया गया था. जिसमें कहा गया था कि सुरक्षाबलों ने नक्सलियों पर कोई एयर स्ट्राइक नहीं किया है. जब हमारे जवान हेलीकॉप्टर से उतर रहे थे. तब उनके ऊपर नक्सलियों की तरफ से फायरिंग की गई. जिसका सुरक्षाबलों ने जवाब दिया. सुरक्षाबलों ने हवाई हमले की बात को नकार दिया.