नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले में बयान दर्ज कराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पांचवें दिन 21 जून को जांच में शमिल होने को कहा है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूछताछ के लिए चौथे दिन सोमवार को ईडी के सामने पेश हुए थे और यह सिलसिला जारी रहेगा. इससे एक दिन पहले गांधी ने अपना 52वां जन्मदिन मनाया. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मंगलवार को फिर से जांच में शामिल होने और धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत बयान दर्ज कराने को कहा गया है.
राहुल गांधी पहली बार 13 जून को, दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय में पेश हुए थे और तब से वह चार बार एजेंसी के समक्ष प्रस्तुत हो चुके हैं. कांग्रेस सांसद से अब तक 38 घंटे की पूछताछ की जा चुकी है. ईडी, यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय गड़बड़ियों की जांच कर रही है जिसकी प्रोमोटर कांग्रेस पार्टी है. नेशनल हेराल्ड अखबार का स्वामित्व यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पास है.
राहुल गांधी को गत शुक्रवार को फिर से जांच एजेंसी के समक्ष पेश होना था, लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपनी मां सोनिया गांधी के बीमार होने के कारण ईडी के जांच अधिकारी को पत्र लिख कर उन्हें शुक्रवार (17 जून) के लिए निर्धारित पूछताछ से छूट देने का अनुरोध किया था. ईडी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया था और 20 जून को पेश होने के लिए कहा था.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ईडी ने सोनिया गांधी को इसी मामले में 23 जून को तलब किया है. समझा जाता है कि यंग इंडियन की स्थापना, नेशनल हेराल्ड के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज तथा मीडिया संस्था के भीतर धन के हस्तांतरण से जुड़े सवाल राहुल गांधी से पूछे गए गए हैं.
यंग इंडियन के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं. कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा नीत केंद्र सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति करार दिया है.
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