नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पहलों की शुरुआत करने और लगातार मार्गदर्शन के लिए गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया. प्रधान ने कहा कि ज्ञान हमेशा से भारत की पूंजी रहा है. उन्होंने कहा कि जब दुनिया कोविड-19 महामारी के संकट से जूझ रही थी, भारत ने संकट को अवसर में बदल दिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अत्याधुनिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अस्तित्व में आई.
ऐतिहासिक संदर्भ पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मैकाले की शिक्षा प्रणाली का प्रतिकारक (एंटीडोट) है, जिसे हमारे दिमाग को उपनिवेश बनाने के लिहाज से डिजाइन किया गया था. उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अब भारत का वर्तमान और भारत का भविष्य है और भारतीय सोच को प्रदर्शित करता है.
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शिक्षा के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा भारत को सफलता के शिखर तक पहुंचने में सक्षम बना सकती है और समाज उम्मीद भरी नजरों से हमारी तरफ देख रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी शैक्षणिक आकांक्षा न केवल डिग्री और प्रमाण पत्र हासिल करने की है बल्कि हम वैश्विक भलाई भी चाहते हैं.