नर्मदापुरम। पचमढ़ी के भट्टा मोहल्ला में असामाजिक तत्वों ने देवी प्रतिमा उखाड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद मंगलवार दिनभर हिंदूवादी संगठन प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ पर रोष जताते रहे. इसी दौरान स्थानियों ने पुलिस को ज्ञापन देकर असामाजिक तत्वों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग भी की गई, लेकिन हैरानी की बात ये है कि पचमढ़ी में 4 दिन के दौरान धार्मिक स्थल से छेड़छाड़ की दूसरी घटना है, बावजूद इसके अभी पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी हुई है.
मामले को टाल रही पुलिस: पचमढ़ी के भट्टा मोहल्ला के लोगों ने देवी की प्रतिमा खंडित करने कपड़े फाड़ने और मंदिर से शंकर जी की पिंडी दूर फेंकने के सबूत पुलिस को दिए, लेकिन मौके पर जांच करने पहुंचे पचमढ़ी टीआई रविंद्र पाराशर ने कहा कि "छोटा सा मंदिर है, अंदर बंदर या मवेशी घुस सकते हैं, हम इसकी जांच कर रहे हैं." यानि कि पचमढ़ी पुलिस नगर में धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने वाली इस घटना को बंदर और मवेशी घुसने की जांच पर टालते दिखी, जबकि मंदिर के पास रहने वालों ने बताया कि ये सिर्फ किसी व्यक्ति द्वारा ही किया जा सकता है.
मवेशी नहीं केवल व्यक्ति कर सकता है ऐसा काम: एक स्थानीय निवासी बंटी नागवंशी ने बताया कि "रात करीब 1:00 बजे करीब असामाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया है. छोटे से मंंदिर के अंदर से किसी चीज से प्रतिमा को खोदा गया और मूर्ति को गिराया गया, अलग ही खोदने के निशान दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद मूर्ति को तोड़कर अलग किया है और यहां से शिवलिंग को निकाल कर दूसरी जगह फेंका गया. इतना ही नहीं आरोपियों ने माता के कपड़े व श्रृंगार हटाया गया, जो बंदर या मवेशी नहीं कर सकते, ये सिर्फ किसी व्यक्ति द्वारा ही किया जा सकता है. इसलिए पुलिस से मांग है कि वह जल्द से जल्द असामाजिक तत्वों को पकड़े और उन पर सख्ती से कार्रवाई करे."
दरगाह वाला क्षेत्र आर्मी का: मामले पर पचमढ़ी टीआई रविंद्र पाराशर ने बताया कि "भट्टा मोहल्ले में छोटा सा मंदिर है, जिसमें में कोई जानवर ने तोड़फोड़ की होगी, जिसके कारण मूर्ति टूटी मिली है. फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है." वहीं 4 दिन पूर्व जिला मोहल्ला की पहाड़ी पर असामाजिक तत्वों ने दरगाह के कुछ भाग को क्षतिग्रस्त करके भगवा रंग पोता था, इस बात पर पाराशर ने कहा कि "वह स्थान आर्मी का क्षेत्र है, दोनों मामलों में जांच जारी है और दोनों ही मामले अलग-अलग हो सकते हैं."