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'नारकोटिक जिहाद' विवाद : केरल के धार्मिक नेताओं की बैठक बुलाएगी कांग्रेस - congress to convene

कोट्टायम जिले के कुरुविलांगड में मार्थ मरियम पिलग्रिम चर्च में एक समारोह में पाला आर्चडीओसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट ने आरोप लगाया कि केरल में गैर-मुसलमानों को 'नारकोटिक जिहाद' के लिए उकसाया जाता है, खासकर युवाओं को नशीले पदार्थों का आदी बनाकर उनका जीवन खराब जीवन किया जा रहा है.

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Published : Sep 19, 2021, 7:35 PM IST

तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस के केरल अध्यक्ष के. सुधाकरन ने रविवार को कहा कि पार्टी धर्माध्यक्षों की एक बैठक बुलाएगी, जिसमें बिशप के इस बयान के पर चर्चा की जाएगी कि ईसाई बच्चों को 'नारकोटिक जिहाद' से सुरक्षित रखा जाना चाहिए. इस बयान से लोगों के एक विशिष्ट वर्ग में उबाल देखा जा रहा है. 9 सितंबर को कोट्टायम जिले के कुरुविलांगड में मार्थ मरियम पिलग्रिम चर्च में एक समारोह में पाला आर्चडीओसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट ने आरोप लगाया कि केरल में गैर-मुसलमानों को 'नारकोटिक जिहाद' के लिए उकसाया जाता है, खासकर युवाओं को नशीले पदार्थों का आदी बनाकर उनका जीवन खराब जीवन किया जा रहा है.

उनका भाषण वायरल होने के बाद बिशप, विशेष रूप से मुस्लिम संगठनों के खिलाफ कई समूह सामने आए, और कुछ चरम संगठनों ने उनके घर की ओर विरोध मार्च निकाला और यहां तक कि उन पर शारीरिक हमला करने के नारे भी लगाए.

समस्त केरल सुन्नी छात्र संघ के प्रमुख जिफरी मुथुकोया थंगल और मुजाहिद आंदोलन के टी.पी. अब्दुल्ला कोया मदनी, सुधाकरन और विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने कहा, "कांग्रेस धार्मिक और सामुदायिक नेताओं की एक बैठक बुलाने की योजना बना रही है. इस तरह की बैठक राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जानी चाहिए थी और चूंकि वह कुछ नहीं कर रहे हैं, इसलिए राज्य कांग्रेस इस तरह की बैठक का नेतृत्व करेगी."

उन्होंने यह भी कहा कि सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन को दो पत्र लिखे थे, ताकि भड़के गुस्से को शांत करने के लिए धार्मिक प्रमुखों की बैठक बुलाने की पहल की जा सके, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. "इसलिए कांग्रेस, राज्य में एक जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते, धार्मिक प्रमुखों और समुदाय के बुजुर्गों की एक बैठक बुलाने की पहल करेगी और जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी."

सतीशन ने कहा, "हम धार्मिक नेताओं और समुदाय के प्रमुखों की बैठक बुलाएंगे, क्योंकि कई पत्र लिखने के बाद भी मुख्यमंत्री ने इस पर कोई पहल नहीं की है." इस बीच, भाजपा के राज्य महासचिव और पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पाला बिशप की सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि मुस्लिम चरमपंथियों ने उन्हें सार्वजनिक रूप से गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी.

पढ़ेंः श्रीलंकाई नागरिकों के मामले की जांच के लिए तमिलनाडु पहुंची एनआईए की टीम


एक संबंधित घटनाक्रम में, वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने तिरुवनंतपुरम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकार कार्यकर्ता और पुजारी स्टेन स्वामी की मौत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोग अब इस संदर्भ में पाला बिशप से मिलने गए भाजपा और आरएसएस के नेताओं के लिए 'मगरमच्छ के आंसू' बहा रहे हैं.

(आईएएनएस)

तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस के केरल अध्यक्ष के. सुधाकरन ने रविवार को कहा कि पार्टी धर्माध्यक्षों की एक बैठक बुलाएगी, जिसमें बिशप के इस बयान के पर चर्चा की जाएगी कि ईसाई बच्चों को 'नारकोटिक जिहाद' से सुरक्षित रखा जाना चाहिए. इस बयान से लोगों के एक विशिष्ट वर्ग में उबाल देखा जा रहा है. 9 सितंबर को कोट्टायम जिले के कुरुविलांगड में मार्थ मरियम पिलग्रिम चर्च में एक समारोह में पाला आर्चडीओसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट ने आरोप लगाया कि केरल में गैर-मुसलमानों को 'नारकोटिक जिहाद' के लिए उकसाया जाता है, खासकर युवाओं को नशीले पदार्थों का आदी बनाकर उनका जीवन खराब जीवन किया जा रहा है.

उनका भाषण वायरल होने के बाद बिशप, विशेष रूप से मुस्लिम संगठनों के खिलाफ कई समूह सामने आए, और कुछ चरम संगठनों ने उनके घर की ओर विरोध मार्च निकाला और यहां तक कि उन पर शारीरिक हमला करने के नारे भी लगाए.

समस्त केरल सुन्नी छात्र संघ के प्रमुख जिफरी मुथुकोया थंगल और मुजाहिद आंदोलन के टी.पी. अब्दुल्ला कोया मदनी, सुधाकरन और विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने कहा, "कांग्रेस धार्मिक और सामुदायिक नेताओं की एक बैठक बुलाने की योजना बना रही है. इस तरह की बैठक राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जानी चाहिए थी और चूंकि वह कुछ नहीं कर रहे हैं, इसलिए राज्य कांग्रेस इस तरह की बैठक का नेतृत्व करेगी."

उन्होंने यह भी कहा कि सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन को दो पत्र लिखे थे, ताकि भड़के गुस्से को शांत करने के लिए धार्मिक प्रमुखों की बैठक बुलाने की पहल की जा सके, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. "इसलिए कांग्रेस, राज्य में एक जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते, धार्मिक प्रमुखों और समुदाय के बुजुर्गों की एक बैठक बुलाने की पहल करेगी और जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी."

सतीशन ने कहा, "हम धार्मिक नेताओं और समुदाय के प्रमुखों की बैठक बुलाएंगे, क्योंकि कई पत्र लिखने के बाद भी मुख्यमंत्री ने इस पर कोई पहल नहीं की है." इस बीच, भाजपा के राज्य महासचिव और पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पाला बिशप की सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि मुस्लिम चरमपंथियों ने उन्हें सार्वजनिक रूप से गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी.

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एक संबंधित घटनाक्रम में, वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने तिरुवनंतपुरम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकार कार्यकर्ता और पुजारी स्टेन स्वामी की मौत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोग अब इस संदर्भ में पाला बिशप से मिलने गए भाजपा और आरएसएस के नेताओं के लिए 'मगरमच्छ के आंसू' बहा रहे हैं.

(आईएएनएस)

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