नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य क्षेत्र में कोशिशों की वजह से भारत कई अन्य साधन संपन्न देशों के मुकाबले कहीं मजबूती से कोविड-19 महामारी से उबरा. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की महामारी से निपटने की कोशिशों के नतीजे सामने आ रहे हैं और 1,500 से अधिक चिकित्सा ऑक्सीजन संयंत्र 'पीएम-केयर्स' के तहत स्थापित किए जा चुके हैं या स्थापित किए जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में रामपुर जिले के बिलासपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक ऑक्सीजन संयंत्र का उद्घाटन करते हुए नकवी ने यह बात कही. इस संयंत्र को रेडिको खैतान ने स्थापित किया है, जो प्रदेश में उसके द्वारा स्थाापित किए गए छह संयंत्रों में से एक है.
नकवी ने कहा कि 20 घन मीटर प्रति घंटे की दर से ऑक्सीजन उत्पादन करने में सक्षम छह संयंत्र बिलासपुर (रामपुर), बिलौर (कानपुर), भगवतपुर (प्रयागराज), महोबा (महोबा), मंझनपुर (कौशांबी)और मणिकपुर (चित्रकूट) में स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मुहैया कराई गई सुविधा एवं संसाधन और समाज द्वारा संयम और एहतियात से देश को महामारी से मुक्त किया जा सकता है.
नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की लोगों को बेहतर स्वास्थ्य मुहैया कराने की प्रतिबद्धता ने भारत का अन्य साधन संपन्न देशों के मुकाबले और अधिक मजबूती से उबरना सुनिश्चित किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में भारत में कोविड-19 की पहली लहर आई तो महामारी से निपटने के लिए संसाधानों की कमी थी लेकिन एक साल के भीतर भारत वेंटिलेटर, दवाओं, पीपीई किट, एन-95 मास्क, कोरोना वायरस की जांच के लिए प्रयोगशाला, आईसीयू बिस्तर, कोविड समर्पित अस्पताल और ऑक्सीजन आदि मामले में आत्मनिर्भर हो गया.
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नकवी ने कहा कि जनवरी 2020 से पहले भारत में मात्र 900 मीट्रिक टन रोजाना की दर से चिकित्सीय ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा था, जिसे बढ़ाकर 9000 मीट्रिक टन रोजाना किया गया.
उन्होंने रेखांकित किया कि भारत में निर्मित कोविड-19 रोधी दो टीके उपलब्ध हैं और 18 साल से अधिक उम्र के करीब 40 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है और 80 हजार से अधिक टीकाकरण केंद्र काम कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)