कोडागु (कर्नाटक) : कोडागु जिले के एक गांव में एक पेड़ से लगातार पानी का टपकने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं तेज धूप के दौरान भी यहां पर कई सप्ताह से पेड़ से पानी के गिरने का सिलसिला जारी है. इससे पेड़ के आसपास के करीब दस वर्ग फीट की जमीन पर इसके प्रभाव को देखा जा सकता है. दूसरी तरफ लगातार पानी टपकने की वजह से गांव के ग्रामीण भयभीत हैं.
कोडागु जिले के मदिकेरी तालुक के बेतागेरी ग्राम पंचायत के हेरावनाडु गांव में सड़क किनारे लगे एक पेड़ पानी का क्रम अनवरत जारी है. यह पेड़ बिल्व पत्र के पेड़ जैसा दिखता है (यह पेड़ भगवान शिव की पूजा करने के लिए आदर्श पेड़ माना जाता है) जिसके चारों ओर ही पानी टपकता रहता है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आखिर पानी उसी पेड़ से गिरता है या आसमान से. फिलहाल स्थानीय ग्राम पंचायत ने पेड़ से गिरने वाले पानी को एकत्र कर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा है.
वहीं पेड़ से पानी गिरने के बारे में जानकारी मिलने पर इसे देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं. साथ ही ग्रामीणों को मानना है कि इस पेड़ से करीब 500 मीटर की दूरी पर एक देवरा काडू (पवित्र वन) है, जहां देवी भद्रकाली रहती हैं, शायद यह भगवान का चमत्कार है. इस बीच ग्रामीणों ने मंदिर के पुजारी को लाकर राय मांगी थी. इस पर पुजारी ने ग्रामीणों को बताया था कि शायद यहां पर शिवलिंग या खजाना था. इससे लोग डरे हुए हैं.
मामले को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पर्यावरण और मौसम विभाग के विशेषज्ञों के ध्यान में लाया गया है, जिन्होंने पेड़ को देखने की बात कही है. वहीं कुछ वन अधिकारियों का कहना है कि पेड़ों की कुछ प्रजातियों में इस प्रकार के पानी की गुणवत्ता होती है और जिसकी वजह से पेड़ से पानी गिरता रहता है.
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