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मुलायम सिंह यादव ने कुमार विश्वास को दिया सपा ज्वाइन करने का ऑफर, फिर...

यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को डॉ. राम गोपाल यादव की पुस्तक 'राजनीति के उस पार' का विमोचन किया गया. इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने कवि कुमार विश्वास को समाजवादी पार्टी में शामिल होने का ऑफर भी दिया.

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Published : Nov 23, 2021, 8:01 PM IST

Updated : Nov 23, 2021, 8:33 PM IST

लखनऊ : सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव की पुस्तक 'राजनीति के उस पार' का विमोचन सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में किया. इस दौरान इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का मंच ठहाकों से गूंज उठा. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कवि कुमार विश्वास को समाजवादी पार्टी में शामिल होने की बात कही. दरअसल, कुमार विश्वास जब अपना संबोधन देकर आए तो मुलायम सिंह यादव ने हिंदी के वरिष्ठ कवि उदय प्रताप के कान में कहा कि कुमार विश्वास यदि कहीं नहीं हैं तो वह समाजवादी पार्टी में आ जाएं. उदय प्रताप ने जब यह बात सभी को बताई तो सुनते ही कुमार विश्वास व अखिलेश यादव सहित मंच पर मौजूद सभी लोग हंस पड़े.

इस दौरान कवि उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कुमार विश्वास को जब हमने पहली बार सुना था, तभी समझ गए थे कि वह कवि कुल के पंडित होंगे. कवि कुमार विश्वास भारत ही नहीं, दुनिया भर में प्रसिद्ध कवि के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं.

उन्होंने आगे कहा कि अभी नेताजी हम से कान में कह रहे थे कि अगर ये कुमार विश्वास कहीं नहीं हैं, तो क्यों नहीं सपा में बुला लेते हो. इसके बाद कुमार विश्वास और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हंसने लगे. इस दौरान कुमार विश्वास ने अपना चेहरा हाथ से छिपाने की कोशिश की.

कार्यक्रम में कवि डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि वह इस सभा में हैं तो सभा के बाहर भी चर्चा है. लोकतंत्र में यही होता है. मुलायम सिंह यादव एक विचार ही नहीं एक इमोशन भी हैं. उन्होंने कहा कि 'राजनीति के उस पार' का मतलब सभी विचारों के लोगों का साथ बैठना है. एक कमी जरूर दिखी कि भाजपा नेता कार्यक्रम में नहीं दिखे. दिखते दो यही राजनीति की खूबसूरती होती.

कवि विश्वास ने कहा कि मुलायम सिंह राजनीति से संन्यास लें, यह ठीक नहीं है. 'समाज हित में राजनीति करना आपका उत्तरदायित्व है, देश और समाज के लिए संघर्ष करना है आपको अभी'. इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने हमेशा पूर्णता और एकाग्रता के साथ समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम किया.

नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि देश में सत्तापक्ष को सही राह दिखाने वाले राम गोपाल हमेशा समाजवादी विचारधारा को लेकर चलने वाले नेता रहे हैं. किताब का जो नाम है 'राजनीति के उस पार', यह इस बात की प्रेरणा देता है कि अहंकार व घृणा की राजनीति को हटाया जाना चाहिए. कहा कि इस राजनीति को ठीक करने का काम अखिलेश यादव करेंगे.

वहीं यूपी की सियासत में कवि डॉ. विश्वास के सपा के मंच पर आने और सपा अध्यक्ष के साथ मंच शेयर करने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. भले कार्यक्रम पुस्तक के विवेचन का हो, लेकिन इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. जब खुद मुलायम सिंह ने कवि उदय प्रताप सिंह से डॉ. कुमार विश्वास को सपा में शामिल कराने के लिए बात की, तो यह अटकलें लगाई जाने लगी हैं कि कुमार विश्वास कभी भी सपा का दामन थाम सकते हैं.

पढ़ेंः अखिलेश यादव के घर पहुंचे RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी, सीटों पर हो सकता है फैसला

लखनऊ : सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव की पुस्तक 'राजनीति के उस पार' का विमोचन सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में किया. इस दौरान इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का मंच ठहाकों से गूंज उठा. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कवि कुमार विश्वास को समाजवादी पार्टी में शामिल होने की बात कही. दरअसल, कुमार विश्वास जब अपना संबोधन देकर आए तो मुलायम सिंह यादव ने हिंदी के वरिष्ठ कवि उदय प्रताप के कान में कहा कि कुमार विश्वास यदि कहीं नहीं हैं तो वह समाजवादी पार्टी में आ जाएं. उदय प्रताप ने जब यह बात सभी को बताई तो सुनते ही कुमार विश्वास व अखिलेश यादव सहित मंच पर मौजूद सभी लोग हंस पड़े.

इस दौरान कवि उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कुमार विश्वास को जब हमने पहली बार सुना था, तभी समझ गए थे कि वह कवि कुल के पंडित होंगे. कवि कुमार विश्वास भारत ही नहीं, दुनिया भर में प्रसिद्ध कवि के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं.

उन्होंने आगे कहा कि अभी नेताजी हम से कान में कह रहे थे कि अगर ये कुमार विश्वास कहीं नहीं हैं, तो क्यों नहीं सपा में बुला लेते हो. इसके बाद कुमार विश्वास और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हंसने लगे. इस दौरान कुमार विश्वास ने अपना चेहरा हाथ से छिपाने की कोशिश की.

कार्यक्रम में कवि डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि वह इस सभा में हैं तो सभा के बाहर भी चर्चा है. लोकतंत्र में यही होता है. मुलायम सिंह यादव एक विचार ही नहीं एक इमोशन भी हैं. उन्होंने कहा कि 'राजनीति के उस पार' का मतलब सभी विचारों के लोगों का साथ बैठना है. एक कमी जरूर दिखी कि भाजपा नेता कार्यक्रम में नहीं दिखे. दिखते दो यही राजनीति की खूबसूरती होती.

कवि विश्वास ने कहा कि मुलायम सिंह राजनीति से संन्यास लें, यह ठीक नहीं है. 'समाज हित में राजनीति करना आपका उत्तरदायित्व है, देश और समाज के लिए संघर्ष करना है आपको अभी'. इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने हमेशा पूर्णता और एकाग्रता के साथ समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम किया.

नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि देश में सत्तापक्ष को सही राह दिखाने वाले राम गोपाल हमेशा समाजवादी विचारधारा को लेकर चलने वाले नेता रहे हैं. किताब का जो नाम है 'राजनीति के उस पार', यह इस बात की प्रेरणा देता है कि अहंकार व घृणा की राजनीति को हटाया जाना चाहिए. कहा कि इस राजनीति को ठीक करने का काम अखिलेश यादव करेंगे.

वहीं यूपी की सियासत में कवि डॉ. विश्वास के सपा के मंच पर आने और सपा अध्यक्ष के साथ मंच शेयर करने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. भले कार्यक्रम पुस्तक के विवेचन का हो, लेकिन इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. जब खुद मुलायम सिंह ने कवि उदय प्रताप सिंह से डॉ. कुमार विश्वास को सपा में शामिल कराने के लिए बात की, तो यह अटकलें लगाई जाने लगी हैं कि कुमार विश्वास कभी भी सपा का दामन थाम सकते हैं.

पढ़ेंः अखिलेश यादव के घर पहुंचे RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी, सीटों पर हो सकता है फैसला

Last Updated : Nov 23, 2021, 8:33 PM IST
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