मुंबई: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Union Minister for Minority Affairs Mukhtar Abbas Naqvi) ने मुंबई में अंजुमन-ए-इस्लाम की यूपीएससी अकादमी (AIUPSC) का उद्घाटन किया. AIUPSC विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के छात्रों के लिए है. यह कार्यक्रम समाज के वंचित वर्गों के मुस्लिम छात्रों को सफलता के नये मुकाम बनाने में मदद करेगा.
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं का भी सिविल सेवाओं में चयन हो रहा है. मंत्रालय की 'प्रतिभा के लिए बैकअप नीति' के कारण वे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कामयाब हो रहे हैं. केंद्र सरकार की नौकरियों में अल्पसंख्यक समुदाय की भागीदारी 2014 से पहले पांच प्रतिशत से कम थी. अब यह 10 प्रतिशत से अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीति ने जमीनी स्तर पर परिणाम दिखाए हैं.
प्रधानमंत्री विरासत का संवर्धन (पीएम विकास) योजना के महत्व के बारे में बोलते हुए नकवी ने कहा कि यह जरूरतमंदों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा. उन्हें उन्मुख कौशल विकास के साथ रोजगार भी प्रदान करेगा. सरकार ने हुनर हाट, सीखो और कमाओ, नई मंजिल, नई रोशनी जैसे विभिन्न कौशल विकास और रोजगार उन्मुख कार्यक्रमों के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 21.5 लाख लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं.
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किसी पार्टी का नाम लिए बिना पिछली सरकार पर तंज कसते हुए नकवी ने कहा कि 2014 से पहले केवल 3 करोड़ अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने पिछले 8 वर्षों में 5.2 करोड़ अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की है. मुस्लिम लड़कियों में आउट रेट, जो पहले 70 प्रतिशत से अधिक था, अब घटकर 30 प्रतिशत से भी कम हो गया है. हम इसे 0% तक लाने का लक्ष्य रखते हैं. मंत्री ने बताया कि करोड़ों रुपये से अधिक की परियोजनाएं हैं. इन परियोजनाओं में स्कूल, कॉलेज, स्मार्ट क्लासरूम, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, हॉस्टल आदि शामिल हैं.