शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार उप मुख्यमंत्री भी होंगे. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया जबकि मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाने पर सहमति बनी है. मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल के पहले डिप्टी सीएम होंगे. हिमाचल विधानसभा में आज शाम हुई विधायक दल की बैठक में ये फैसला हुआ है. इस बैठक में कांग्रेस के सभी 40 विधायक, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे. (Mukesh Agnihotri will be the Deputy of CM) (Sukhvinder Singh Sukhu cm Of HP)
5वीं बार विधायक- मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस 5वीं बार विधायक बने हैं. साल 2003 में कांग्रेस के टिकट पर संतोषगढ़ विधानसभा क्षेत्र (अब हरोली) से पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. साल इसके बाद मुकेश अग्निहोत्री ने साल 2007, 2012, 2017 में भी चुनाव जीता है. इस तरह वो ऊना जिले की हरोली सीट से लगातार पांचवी बार विधायक बने हैं. मुकेश अग्निहोत्री की छवि तेज तर्रार नेता की रही है.
हिमाचल विधानसभा में नेता विपक्ष- मुकेश अग्निहोत्री 13वीं विधानसभा यानी साल 2017 से 2022 तक विधानसभा में नेता विपक्ष की भूमिका निभा चुके हैं. ये वही भूमिका है जिसे कांग्रेस की ओर से वीरभद्र से भी निभाया लेकिन 2017 में वीरभद्र सिंह के विधानसभा में रहते हुए मुकेश अग्निहोत्री को नेता विपक्ष बनाया गया. इसके पीछ भले वीरभद्र सिंह की उम्र का हवाला दिया गया लेकिन मुकेश अग्निहोत्री की छवि और उनके अनुभव के कारण उन्हें ये मौका मिला था.
वीरभद्र सरकार में मंत्री- मुकेश अग्निहोत्री के पास सरकार का अनुभव भी है. वो पूर्व की कांग्रेस सरकार में उद्योग, श्रम व रोजगार, संसदीय मामले और सूचना एवं जनसंपर्क जैसे विभागों के मंत्री रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले पत्रकार रहे मुकेश अग्निहोत्री अच्छे वक्ता हैं.
बीजेपी सरकार को घेरते रहे- 13वीं विधानसभा में नेता विपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार को सदन से लेकर सड़क तक हर मोर्चे पर घेरा. इस बार मुकेश अग्निहोत्री ने बीजेपी को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, कर्ज, पुलिस भर्ती पेपर लीक जैसे मुद्दों पर घेरत रहे. विधायक बनने से पहले मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और मीडिया सेल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.