भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सीधी पेशाब कांड जैसा मामला सामने आया था. जहां सूखी सेवनिया इलाके के सरपंच पति पर आरोप है कि उसने ग्राम कोटवार के ऊपर पेशाब कर दी. यह घटना सामने आने के बाद कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है. घटना से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा विधायक रामेश्वर के बंगले का घेराव करने पहुंच गए, जिन पर पुलिस ने वाटर केनन छोड़कर कार्यकर्ताओं को भगा दिया. दरअसल मुख्य आरोपी विधायक रामेश्वर शर्मा का समर्थक बताया जा रहा है.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार: जानकारी के अनुसार, भोपाल पेशाब कांड को लेकर कांग्रेस भड़क गई है. दलित पर किए जा रहे अत्याचार के विरोध में कांग्रेस ने भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के आवास का घेराव कर दिया. प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रामेश्वर शर्मा के मालवीय नगर स्थित आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की. जैसे ही कार्यकर्ता यहां पहुंचे पुलिस ने पहले से ही बैरिकेडिंग कर इन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोनू सक्सेना और कांग्रेस नेता जितेंद्र डागा बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश करते रहे, यह देख पुलिस ने वाटर कैनन का उपयोग कर इन कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया. जिसके चलते कई कार्यकर्ता सड़क पर ही गिर गए और पानी की बौछारों के बीच भीगते रहे. पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
विधायक रामेश्वर शर्मा का समर्थक है आरोपी: कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोनू सक्सेना का आरोप है कि ''बिलखारिया में एक कोटवार के साथ मारपीट के बाद उसे पर पेशाब की गई. इसको लेकर पुलिस आरोपियों को बचाने में लगी हुई है. मुख्य आरोपी शेरू मीना, विधायक रामेश्वर शर्मा का समर्थन है और बीजेपी से जुड़ा हुआ है.'' कांग्रेस का कहना है कि आदिवासी, दलित और गरीबों पर हो रहे अत्याचार को लेकर वह लगातार सड़कों पर बीजेपी सरकार के खिलाफ ऐसे ही प्रदर्शन करती रहेगी.''
यह है पूरा मामला: आपको बता दें कि भोपाल में भी सीधी जैसा ही पेशाब कांड सामने आया है. जहां आरोप है कि भाजपा के दबंग नेताओं ने गांव के एक कोटवार को अगवा कर न सिर्फ जमकर मारपीट की बल्कि उसके ऊपर पेशाब भी कर दी. पेशाब कांड की यह घटना भोपाल के सूखी सेवनिया थाना इलाके के कोलवा गांव की है. जहां गांव के कोटवार को दबंगों के सरकारी जमीन पर कब्जा करने का विरोध महंगा पड़ गया. भाजपा नेता शेरू मीना की अगुवाई में करीब आधा दर्जन लोगों ने पहले तो उस जमकर पीटा. उसके बाद उसे अगवा कर 8 किलोमीटर दूर ले गए जहां फिर से उसके साथ मारपीट करते हुए उसके चेहरे पर पेशाब कर दी.
7 के खिलाफ केस, पांच गिरफ्तार: घटना के बाद पीड़ित का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पीड़ित की शिकायत पर बाग सेवनिया थाना पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ मारपीट और अभद्रता की एफआईआर दर्ज करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि मुख्य आरोपी शेरू मीना और एक अन्य सहयोगी अभी भी फरार है. कांग्रेस का आरोप है कि ''शेरू मीना भोपाल के हुजूर विधानसभा के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का खास समर्थक है.''