भोपाल। राष्ट्रपति चुनाव से पहले आज मंगलवार को मध्यप्रदेश के तीन विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. भाजपा का दामन थामने वाले तीन विधायकों में बसपा विधायक संजीव कुशवाह, सपा विधायक राजेश शुक्ला और निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा शामिल हैं, जिन्होंने सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने सदस्यता ग्रहण की.
पीएम के नेतृत्व में आगे बढ़ने का लक्ष्य: सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि, "हमें पीएम मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ना है, आज संतोष और प्रसन्नता का विषय है कि हमारे दूसरे साथी आज बीजेपी में आ गए हैं. 2018 के परिणाम के बाद निर्दलीय विधायक हमारे साथ आना चाहते थे, लेकिन मैंने कहा कि कांग्रेस का बहुमत ज्यादा है इसलिए हम सरकार का दावा पेश नहीं करेंगे."
संजीव कुशवाह की घर वापसी: बता दें संजीव कुशवाह ने भाजपा छोड़कर बसपा से 2013 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह जीत नहीं सके थे. इसके बाद 2018 में उन्होंने 35 हजार से ज्यादा वोट से जीत हासिल की थी, संजीव बसपा के विधायक दल के नेता थे और बीजेपी में भारतीय जनता युवा मोर्चा में प्रदेश पदाधिकारी और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं. संजीव ने अपने पिता के साथ 2013 में बसपा ज्वाइंन कर ली थी, जिसके बाद आज दोबारा उन्होंने भाजपा में शामिल हुए हैं. इस दौरान संजीव ने कहा कि, " मैं भटक गया था, अब वापस घर आ गया हूँ."
राजेश बोले- बीजेपी जैसी कोई पार्टी नहीं: राजेश कुमार शुक्ला छतरपुर जिले की बिजावर विधानसभा सीट से सपा विधायक थे. राजेश शुक्ला ने 2018 चुनाव में भाजपा के पुष्पेंद्रनाथ पाठक को हराया था, उनके राज्यसभा के लिए हुए मतदान में भाजपा के समर्थन में मतदान किया था, जिसके बाद उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया था. अब भाजपा का दामन थामने के बाद राजेश शुक्ला ने कहा कि "बीजेपी जैसी कोई पार्टी नहीं, अभी भी बुंदेलखंड पिछड़ा."
बीजेपी का साथ नहीं छोडेंगे विक्रम: इसके अलावा विक्रम सिंह राणा सुसनेर विधानसभा से निर्दलीय विधायक थे, विक्रम सिंह की भाजपा में शामिल होने की पहले से चर्चा चल रही थी. जिसके बाद आज तीनों विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है. इस मौके पर राणा विक्रम सिंह ने कहा कि "अब जो भी परिस्थिती हो मैं बीजेपी का साथ नहीं छोडूंगा."