छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश पुलिस पर अक्सर अमानवीय व्यवहार के आरोप लगते हैं. लेकिन पुलिस विभाग में कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिनके कारण पूरे विभाग के दाग धुंधले पड़ जाते हैं. पुलिस की मानवीयता के वाकये भी कई बार सामने आ चुके हैं. ऐसे ही छिंदवाड़ा जिले में दो पुलिस कर्मियों के साहस व मानवीयता की तारीफ हर कोई कर रहा है. दरअसल, इन दो पुलिस कर्मियों ने एक बच्चे का शव अपने कंधे पर रखकर 2 किलोमीटर पैदल चलकर सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया. MP Police Humanity
बालक की डूबने से हुई थी मौत : अब हर कोई इन पुलिस वालों की तारीफ करते नहीं थक रहा है. पुलिस इतनी मददगार हो सकती है, ये चर्चा का विषय है. छिंदवाड़ा जिले में ऐसी ही मिसाल पेश की है लावाघोघरी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक लवसिंह और रामकिशोर सिंह ने. इन दोनों पुलिस कर्मियों ने देर रात एक बच्चे का शव अपने कंधे पर रखकर करीब दो किलोमीटर का सफर तय किया और उसे गांव लाए. इस बारे में एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि मंगलवार को बीजागोरा निवासी भाऊराव उर्फ मूका कन्हान नदी बीजागोरा में नहाने गया था. जहां पर पैर फिसलने के कारण गहरे पानी में डूब गया.
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घटनास्थल तक नहीं जा सकता वाहन : बुधवार को पुलिस को सूचना मिली कि नदी से दो किमी दूर एक शव उतरा रहा है. इसके बाद आरक्षक लवसिंह और रामकिशोर सिंह पैदल रास्ते मौके तक पहुंचे. दोनों पुलिसकर्मियों ने भाऊराव का शव पानी से निकलवाया और इसके बाद देर रात वापस गांव तक आने के लिए उसे अपने कंधे पर रखकर पहुंचे. दरअसल, जिस जगह पर पुलिस ने बच्चे का शव बरामद किया, वह जंगल के बीच है. वहां तक किसी भी प्रकार के वाहन का जाना संभव नहीं था. इसलिए दोनों पुलिसकर्मी वहां तक पैदल पहुंचे. रात काफी हो चुकी थी. पुलिसकर्मियों का कहना है कि अगर वे बच्चे के शव को लाने के लिए किसी का इंतजार करते तो सुबह हो सकती थी. इसलिए उन्होंने शव को कंधे पर उठाया. MP Police Humanity