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MP: परिवार से बिछड़ा बालक पुलिस थाने को ही समझने लगा अपना घर, जानें क्या है मामला

मध्य प्रदेश पुलिस अक्सर आलोचना की शिकार होती है लेकिन यहां की पुलिस मानवीय भी है. प्रदेश में बाढ़ के दौरान कई बार पुलिस ने मानवीयता और बहादुरी दिखाकर ये साबित कर दिखाया है. अब चर्चा बैतूल पुलिस की हो रही है. परिवार से बिछड़े एक बच्चे को स्थानीय नागरिक ने पुलिस को सौंपा. पुलिस ने इस बच्चे को अपने बच्चों की तरह रखा. उसको नए कपड़े लाए. बच्चे को पुलिस थाने में घर से भी अच्छा माहौल दिया. बच्चा पुलिस थाने से घर नहीं जाने की जिद करने लगा. Humanity MP Police, Betul child separate family, Police station as home, Betul police care child

Betul police care child
बालक थाने को ही समझने लगा घर बैतूल पुलिस ने की बच्चे की केयर
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Published : Sep 7, 2022, 10:43 PM IST

बैतूल। जिले के भैंसदेही पुलिस थाने में परिवार से बिछड़े एक बच्चे को पुलिस के सुपुर्द किया गया. 6 साल का यह मासूम बच्चा अपने पिता से बिछड़ गया था. वह नगर के मुख्य बाजार में घूमता हुआ नजर आया. इसके बाद नगर के कुछ लोगों ने उस बच्चे को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. इस बच्चे का नाम सुब्रमण्यम ठाकरे है, जो कि महाराष्ट्र के अंजनगांव का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि वह अपने पिता के साथ भैंसदेही आया था. इसी दौरान वह बिछड़ गया. कुछ ही देर बाद जब पिता उसी जगह पर पहुंचा, तब वहां बच्चा नहीं मिला.

परिवार से बिछड़ा बालक पुलिस थाने को ही समझने लगा अपना घर

शहरवासी ने बच्चे को पुलिस थाने छोड़ा : कुछ लोगों की नजर इस बच्चे पर पड़ी. इसके बाद बच्चे को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस के पास छोड़ दिया गया. भैसदेही थाने के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी एसआई मण्डलोई का कहना है लक्ष्मीनारायण मालवीय नाम के व्यक्ति को यह बच्चा मिला था. उन्होंने इस बच्चों को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने इस बच्चे की देखरेख 24 घंटे तक की. पुलिस ने बच्चे की अपने बच्चे की तरह परवरिश करते हुए उसे नए कपड़े टी शर्ट, जींस, सैंडल, चश्मा और टोपी खरीद कर दी. बच्चा भी नए कपड़े पहनकर खुश हो गया और पुलिस कर्मियों से घुल-मिल गया.

MP Police Humanity चंबल में बाढ़ के बीच पहुंचकर थाना प्रभारी व स्टाफ ने कंधों पर बैठाकर बच्चों को निकाला

बच्चा पुलिस थाने में रहने की जिद करने लगा : इसके बाद बच्चा अपने घर जाने से इंकार करने लगा. बच्चे का कहना है कि उसे इस थाने में ही अच्छा लग रहा है. वहां अपने घर नहीं जाना चाहता. पुलिस की इस नेक पहल को लेकर अब पूरे शहर में चर्चा हो रही है. पुलिस के इस कार्य को लेकर बच्चे के परिवारजनों ने भी पुलिस की तारीफ की. हालांकि बच्चे के परिजन थाने आये और उसे ले गए.

बैतूल। जिले के भैंसदेही पुलिस थाने में परिवार से बिछड़े एक बच्चे को पुलिस के सुपुर्द किया गया. 6 साल का यह मासूम बच्चा अपने पिता से बिछड़ गया था. वह नगर के मुख्य बाजार में घूमता हुआ नजर आया. इसके बाद नगर के कुछ लोगों ने उस बच्चे को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. इस बच्चे का नाम सुब्रमण्यम ठाकरे है, जो कि महाराष्ट्र के अंजनगांव का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि वह अपने पिता के साथ भैंसदेही आया था. इसी दौरान वह बिछड़ गया. कुछ ही देर बाद जब पिता उसी जगह पर पहुंचा, तब वहां बच्चा नहीं मिला.

परिवार से बिछड़ा बालक पुलिस थाने को ही समझने लगा अपना घर

शहरवासी ने बच्चे को पुलिस थाने छोड़ा : कुछ लोगों की नजर इस बच्चे पर पड़ी. इसके बाद बच्चे को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस के पास छोड़ दिया गया. भैसदेही थाने के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी एसआई मण्डलोई का कहना है लक्ष्मीनारायण मालवीय नाम के व्यक्ति को यह बच्चा मिला था. उन्होंने इस बच्चों को भैंसदेही थाने में लाकर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने इस बच्चे की देखरेख 24 घंटे तक की. पुलिस ने बच्चे की अपने बच्चे की तरह परवरिश करते हुए उसे नए कपड़े टी शर्ट, जींस, सैंडल, चश्मा और टोपी खरीद कर दी. बच्चा भी नए कपड़े पहनकर खुश हो गया और पुलिस कर्मियों से घुल-मिल गया.

MP Police Humanity चंबल में बाढ़ के बीच पहुंचकर थाना प्रभारी व स्टाफ ने कंधों पर बैठाकर बच्चों को निकाला

बच्चा पुलिस थाने में रहने की जिद करने लगा : इसके बाद बच्चा अपने घर जाने से इंकार करने लगा. बच्चे का कहना है कि उसे इस थाने में ही अच्छा लग रहा है. वहां अपने घर नहीं जाना चाहता. पुलिस की इस नेक पहल को लेकर अब पूरे शहर में चर्चा हो रही है. पुलिस के इस कार्य को लेकर बच्चे के परिवारजनों ने भी पुलिस की तारीफ की. हालांकि बच्चे के परिजन थाने आये और उसे ले गए.

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