खंडवा। शहर में ईद उल अजहा (बकरी ईद) के दिन मिशनरी स्कूल में कलमा और अयाते पढ़ाए जाने का मामला सामने आया. मामला आनंद नगर स्थित सेंट पायस स्कूल का है इसको लेकर हिंदू संगठन विहिप और बजरंग दल ने आक्रोश जताया है. छात्रों के परिजनों ने आपत्ति जताई है. हिंदू संगठनों ने एसडीएम काे ज्ञापने देकर कार्रवाई करने की मांग की है. विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने स्कूल की मान्यता खत्म करने के लिए आवेदन दिया है. कार्रवाई नहीं होने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है.
स्कूल की मान्यता रद्द की मांग: विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री अनिमेष जोशी ने बताया कि आनंद स्थित सेंट पायस स्कूल में धार्मिक आयोजन किया गया. यहां के मुस्लिम छात्रों ने मौजूदा छात्रों को कुरान की आयातें और कलमा पढ़ाया. इसको लेकर छात्र और उनके पालकों ने आपत्ती ली है. इस मामले को लेकर सभी मिलकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे हैं. एसडीएम अरविंद चौहान और नगर पुलिस अधीक्षक पूनमचंद यादव को स्कूल प्रशासन के खिलाफ ज्ञापन सौंपकर स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है.
हिंदू संगठन ने आरोप लगाया कि इसाई मिशनरी द्वारा हिंदू समाज के विरोध में देशभर में षडयंत्र चलाया जा रहा है. इनकी जांच हो, इसके साथ ही उनके खाते में आने वाली राशी की भी जांच हो. अगर स्कूल पर कार्रवाई नहीं की गई तो पालक और हिंदू समाज के साथ मिलकर प्रदर्शन करेगा. सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
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हर त्यौहार मनाने का दियी तर्क: इस मामले को लेकर एसडीएम चौहान ने बताया कि हिंदू संगठनों का कहना है कि सेंट पायस स्कूल में कलमा और नमाज पढ़ाई गई है उनकी शिकायत मिली है. जिला शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के लिए कहा गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं इस मामले को लेकर स्कूल प्रिसिपल विक्टोरिया का कहना है कि देश के सभी फेस्टिवल सेलिब्रेट करते हैं. बकरीद के एक दिन पहले प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों ने कुरान की आयातें और कलमा पढ़ा, इस दौरान बच्चों ने डांस भी किया.