बहराइच : कोरोना लॉकडाउन के कारण जिले के मिहिंपुरवा क्षेत्र के रहने वाले 13 मजदूर लद्दाख में फंस गए हुए थे. लॉकडाउन के कारण ना तो इन मजदूरों के पास काम था और ना ही ये घर लौट सकते थे. ऐसे में इन मजदूरों के सामने दो वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया था. इस बात की जानकारी जब लद्दाख के बीजेपी सांसद जामियांग नाम्गयाल को हुई तो उन्होंने मजदूरों की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. सांसद जामियांग नाम्गयाल की मदद से 13 में 9 मजदूर वापस अपने घर लौट आये हैं.
मिहींपुरवा विकास खंड के चहलवा ग्राम पंचायत के 13 मजदूर लेह-लद्दाख कमाने खाने गए थे. वहां एयरपोर्ट के टर्मिनल का अतिरिक्त भाग बन रहा था. उसमें ठेकेदार के जरिए काम पर मजदूरों को लगाया गया था. एक माह बाद हवाईअड्डे पर तैनात 57 कर्मचारी और मजदूर कोरोना पाॅजिटिव निकल आए. इसके बाद पूरे हवाई अड्डे को रेड जोन मे घोषित कर दिया गया. लॉकडाउन होने के कारण मजदूरों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई. लेह शहर हवाईअड्डे से तीन किलोमीटर की दूरी पर था और मजदूरों को बाहर जाने की मनाही थी.
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मजदूरों ने ठेकेदार से बात कर पैसे की मांग की तो, ठेकेदार ने अपने हाथ खड़े कर दिए और मजदूरों को छोड़ कर भाग गया. ऐसे में खाली हाथ बैठे मजदूरों में शामिल उपेंद्र ने गिरिजापुरी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी से फोन पर स्थिति से अवगत कराया.
इसके बाद जंग हिंदुस्तानी ने लेह के सांसद जामियांग नाम्गयाल से मोबाइल पर संपर्क कर मदद की मांग की, जिसके बाद सांसद ने मजदूरों से बात कर पूरी मदद की और स्वयं एयरपोर्ट पर मौजूद रहकर अधिकारियों से सहयोग से हवाई यात्रा का प्रबंध कराया.
9 मजदूर पहुंचे घर
उपेंद्र, महातम, सुनील, ओमप्रकाश, संतोष कुमार, संताेष, जवाहर, सतेंद्र, लालबहादुर घर पहुंच गए हैं. जल्द ही चार अन्य मजदूरों की वापसी हो जाएगी. सभी मजदूरों ने सांसद जामियांग नाम्गयाल और जंग हिंदुस्तानी समेत सभी मददगारों को धन्यवाद दिया है.