भोपाल : मध्य प्रदेश में अब से मेडिकल की पढ़ाई हिंदी भाषा में भी होगी. मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh government) की ओर से भविष्य में मेडिकल के छात्रों को हिंदी भाषा का विकल्प देने की व्यवस्था करायी जाएगी. यह बात राज्य मेडिकल शिक्षा मंत्री (state medical education minister) विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने हिंदी दिवस के मौक पर कही.
उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा में भी मेडिकल का पाठ्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही सरकार की ओर से कमेटी का गठन किया जाएगा और मेडिकल की पढ़ाई हिंदी भाषा में भी उपलब्ध कराया जाएगा.
बता दें कि, इससे माह के शुरूआत में मंत्री सारंग ने घोषणा की थी कि MBBS के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम में RSS के संस्थापक के बी हेडगेवार (K B Hedgewar), जन संघ नेता दीनदयाल उपाध्याय (Deendayal Upadhyaya), स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekananda) और बी आर अम्बेडकर (B R Ambedkar) को शामिल किया जाएगा.
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उन्होंने कहा था कि इस फैसले का मकसद छात्रों में सामाजिक और चिकित्सकीय नैतिकता की भावना पैदा करना है.
वहीं, सोमवार को मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री (Higher Education Minister) मोहन यादव (Mohan Yadav) ने घोषणा की थी कि कला के स्नातक पाठ्यक्रम (graduation courses) के तहत दर्शनशास्त्र प्रथम वर्ष के छात्रों को वैकल्पिक विषय के रूप में 'रामचरितमानस' का विकल्प दिया जाएगा.
(पीटीआई)