भोपाल. ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म अमेजन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने पर मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डीजीपी विवेक जौहरी को कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. अमेजन ने जूते और कपड़ों की बिक्री करने के लिए तिरंगे का प्रयोग किया था.
तिरंगे का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं
कपड़ों और जूतों पर राष्ट्रीय ध्वज का प्रयोग करके अमेजन विवादों से घिर गया है, सोशल मीडिया पर लोग कंपनी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाल रहे हैं. लोगों ने कहा है कि यह राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित कोड का उल्लंघन है, जिसमें ध्वज का उपयोग किसी पोशाक वर्दी के हिस्से के तौर पर नहीं किया जा सकता. मध्यप्रदेश सरकार ने भी इस पर बड़ा एक्शन लिया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कंपनी के खिलाफ एफ आईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी उस पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र वाली टॉयलेट सीट कवर और डोर मैट्स बेचने के आरोप लगे थे, तब भी लोगों ने बायकॉट कैंपेन चलाया था.
अब भारतीय तिरंगे का अपमान करने के लिए ई-कॉमर्स साइट अमेजन की सोशल मीडिया पर भी खूब आलोचना हो रही है. सोशल मीडिया यूजर्स ने कंपनी की वेबसाइट पर बेचे जा रहे टी-शर्ट, कप, की-चेन और चॉकलेट की ऐसी तस्वीरें साझा कीं, जिनमें तिरंगे की तस्वीरें बनाई गई हैं. लोगों ने तिरंगे वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. बता दें कि अमेजन पर पहले भी ऐसे प्रोडक्ट बेचने के आरोप लगते रहे हैं. 2017 में अमेजन को विरोध के बाद अपनी कनाडाई वेबसाइट से भारतीय ध्वज वाले 'डोरमैट' को हटाना पड़ा था.
बता दें कि भारतीय झंडा संहिता 2002 के अनुसार झंडे का उपयोग पोशाक या वर्दी के भाग के रूप में नहीं किया जा सकता है. तिरंगे को गद्दों, रूमालों, बक्सों अथवा नैपकिनों पर नहीं छापा जा सकता है. इसमें किसी भी तरह के अक्षर नहीं लिखे जा सकते हैं और न ही इसका उपयोग किसी भी प्रकार के विज्ञापन के लिए किया जा सकता है.
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