इंदौर। शहर के एक निजी स्कूल में कुछ बच्चे माथे पर तिलक लगाकर आए, जिन्हें शिक्षकों ने तिलक लगाकर स्कूल में आने पर मना कर दिया. इसके बाद बच्चों ने धर्म की दुहाई देकर स्कूल प्रबंधन पर कई तरह के आरोप लगाए. इस घटना का वीडियो सामने आया है. फिलहाल पूरे घटना के सामने आने के बाद अब संबंधित विभाग किस तरह से क्या करवाई करेगा यह देखने लायक रहेगा. लेकिन स्कूल प्रबंधक ने भी इस घटना को लेकर अपनी बात मीडिया के सामने रखी.
टीसी थमाने की धमकी: पूरा मामला इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र का है. चंदन नगर थाना क्षेत्र के धार रोड पर साईं बाल विज्ञान शिशु विहार स्कूल में बच्चों को तिलक लगाकर स्कूल आने से शिक्षकों ने मना कर दिया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो वायरल हो गए. वायरल वीडियो में एक बच्चा स्कूल में तिलक लगाकर नहीं आने की बात कहते नजर आ रहा है. साथ ही बच्चा यह भी कह रहा है कि ''स्कूल प्रबंधक ने यह भी धमकी दी है की यदि आगे से तिलक लगाकर स्कूल में आए तो टीसी दे देंगे.''
स्कूल प्रबंधन पर आरोप: वीडियो सामने आने के बाद परिजन और कुछ कथित लोग स्कूल पहुंचे और उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर कई आरोप लगाए. उनका कहना है कि ''तिलक लगाकर स्कूल क्यों नहीं आ सकते.'' इस पर शिक्षकों का कहना था कि ''वह सिर्फ पेरेंट्स से बात करेंगे.'' वायरल वीडियो में प्रिंसिपल भी नजर आ रहे हैं जो खुद को RSS कार्यकर्ता बताते हुए कई पुराने कार्यकर्ताओं की जानकारी दे रहे हैं.
स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई: घटना को लेकर स्कूल प्रबंधक का कहना है कि ''स्कूल में बड़े-बड़े तिलक लगाकर आने से मना किया गया है, क्योंकि स्कूल में सभी धर्म के बच्चे आते है. शुरुआत में एक बच्चा माथे पर बड़ा सा तिलक लगाकर आया और उसके बाद एक के बाद एक तकरीबन 20 से 22 बच्चे स्कूल में तिलक लगाकर आने लगे. पहले बच्चे छोटे-छोटे तिलक लगाकर आते थे और उन्हें तिलक लगाकर आने पर कुछ मनाही भी नही थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से बड़े-बड़े तिलक लगाकर आ रहे थे. इसलिए उन्हें तिलक लगाकर आने पर रोक लगाई थी.''
घटना को गलत एंगल दे रहे कुछ लोग: स्कूल इंचार्ज पद्मा सिसोदिया का कहना है कि ''जो जिस धर्म से आता है वह अपने धर्म के मुताबिक आए और शिक्षा ग्रहण करे. हम पिछले 33 सालों से स्कूल संचालित कर रहे हैं, आज तक इस तरह का मामला सामने नहीं आया. लेकिन कुछ लोग इसे गलत एंगल दे रहे हैं, जिसके कारण हमने सभी बच्चों को उनके हिसाब से स्कूल आने की परमिशन दे दी है. हम तो बच्चों के भविष्य के लिए उन्हे रोक रहे थे लेकिन कुछ लोग इसे गलत मान रहे हैं.'' फिलहाल मामला सामने आने के बाद अब शिक्षा विभाग किस तरह से एक्शन लेता है यह देखने लायक रहेगा. बता दें कि पहली बार ऐसा हुआ है कि बच्चे के तिलक लगाने पर किसी स्कूल में आपत्ति ली गई है.