भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने की चर्चाओं ने कांग्रेस पदाधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है. ऐसी किसी स्थिति को टालने और पार्टी में एकजुटता दिखाने के लिए अब कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को 23 नवंबर को बुरहानपुर बुलाया है. उधर, कांग्रेस उज्जैन में होने वाली राहुल गांधी की सभा को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए सभी विधायकों के साथ मिलकर कांग्रेस रणनीति तैयार करेगी. (MP Congress fears of mini Operation)
विधायकों को दिया जा रहा है टारगेट: बीजेपी के शहडोल में हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के पहुंचने के बाद कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति बदल दी है. कांग्रेस अब उज्जैन में राहुल गांधी की होने वाली सभा को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस ने इसके लिए 20 नवंबर को सभी विधायकों को बुरहानपुर बुलाया है. यहां कांग्रेस सभी विधायकों के साथ रणनीति तैयार करेगी. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर की रात बुरहानपुर पहुंचेगी. हालांकि, इसके बाद दो दिन यात्रा को रेस्ट दिया गया है. इस दौरान राहुल गांधी गुजराज दौरे पर भी जाएंगे. इसी दौरान कांग्रेस विधायकों के साथ मिलकर उज्जैन की सभा में भीड़ जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया जायेगा. कांग्रेस इस यात्रा के जरिए आदिवासी वोट बैंक को भी साधने की कोशिश करेगी.( MP Congress)
नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी: यात्रा को लेकर कांग्रेस ने नेताओं को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है. बुरहानपुर की जिम्मेदारी निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा को सौंपी गई है, जो बढ़-चढ़कर तैयारियों को संभालने में जुटे हैं. सुरेन्द्र सिंह शेरा ने बुरहानपुर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के 9 किलोमीटर मार्ग में लाल कारपेट बिछाने का ऐलान किया है. कांग्रेस ने मालवा-निमाड़ क्षेत्र में यात्रा को सफल बनाने के लिए अरुण यादव, जीतू पटवारी, सचिन यादव, कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, विजयलक्ष्मी साधौ को जिम्मेदारी सौंपी है. विन्ध क्षेत्र में अजय सिंह, कमलेश्वर पटेल को तैयारियों में लगाया गया है. उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ एक-एक विधायक से सीधे संपर्क में हैं. वे महाकौशल क्षेत्र के तमाम विधायकों से लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं. (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra )