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छतरपुर। मासूम ने जीती जिंदगी की जंग, बोरवेल से बच्ची को निकाला बाहर..
— ETVBharat MadhyaPradesh (@ETVBharatMP) February 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
- बच्ची को लेकर कलेक्टर @grsandeepias एवं एसपी सचिन शर्मा, डॉ. मुकेश प्रजापति एम्बुलेंस में लेकर बिजावर हॉस्पिटल पहुंचे. माता पिता भी साथ में हैं. डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया है. pic.twitter.com/C2VWlrmIhW
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- बच्ची को लेकर कलेक्टर @grsandeepias एवं एसपी सचिन शर्मा, डॉ. मुकेश प्रजापति एम्बुलेंस में लेकर बिजावर हॉस्पिटल पहुंचे. माता पिता भी साथ में हैं. डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया है. pic.twitter.com/C2VWlrmIhWछतरपुर। मासूम ने जीती जिंदगी की जंग, बोरवेल से बच्ची को निकाला बाहर..
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- बच्ची को लेकर कलेक्टर @grsandeepias एवं एसपी सचिन शर्मा, डॉ. मुकेश प्रजापति एम्बुलेंस में लेकर बिजावर हॉस्पिटल पहुंचे. माता पिता भी साथ में हैं. डॉक्टरों ने स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया है. pic.twitter.com/C2VWlrmIhW
छतरपुर। जाको राखे साइयां मार सके ना कोई. यह कहावत सच हुई है मध्य प्रदेश के छतरपुर में. 30 फीट बोरवेल में गिरी मासूम ने आखिरकार जिंदगी की जंग जीत ली है. (3 year old girl fell in Borewell). अपनी बच्ची को सही सलामत देखकर माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बच्ची को जांच के लिए बिजावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नैंसी की मां से फोन पर उसका हालचाल जाना. सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है.
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बेटी नैंसी की मां से फोन पर बात की है। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। बेटी नैंसी के पिता नहीं हैं, परंतु मामा शिवराज सदैव साथ हैं।
मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं। https://t.co/KK9GdA7Qfz
">बेटी नैंसी की मां से फोन पर बात की है। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 26, 2023
उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। बेटी नैंसी के पिता नहीं हैं, परंतु मामा शिवराज सदैव साथ हैं।
मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं। https://t.co/KK9GdA7Qfzबेटी नैंसी की मां से फोन पर बात की है। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है।
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उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। बेटी नैंसी के पिता नहीं हैं, परंतु मामा शिवराज सदैव साथ हैं।
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खेलते समय गिरी बोरवेल में: जानकारी के अनुसार रवि विश्वकर्मा की 3 साल की बेटी खेत पर खेल रही थी. तभी खेलते-खेलते वह 30 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी. पिता रवि विश्वकर्मा एवं उसकी पत्नी रोहणी बच्ची को काफी देर तक बच्ची को खेत के आसपास देखते रहे. कुछ देर बाद उन्हें बोरबेल से बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद रवि एवं गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन को सूचना दी.
मौके पर पहुंच गए थे अधिकारी: सूचना मिलते ही जिले के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे. बच्ची तक ऑक्सीजन पहुंचाने का प्रयास किया गया. घटना की सूचना पर छतरपुर एसपी सचिन शर्मा एवं कलेक्टर संदीप भी मौके पर पहुंच गए थे. एम्बुलेंस और मेडिकल टीम मौके पर पहुंची गई थी. कलेक्टर के निर्देश पर विशेषज्ञ चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी आवश्यक औषधियों के साथ उपस्थित रहे.
कुछ महीनों पहले ही हुआ था एक और हादसा: कुछ महीनों पहले ही छतरपुर जिले के नारायणपूरा गांव में 5 साल का जितेंद्र यादव नाम का एक बच्चा खुले बोरवेल में जा गिरा था काफी मशक्कत के बाद आखिरकार जितेंद्र को बचा लिया गया था. जिसके बाद छतरपुर कलेक्टर संदीप जेआर ने शख्त आदेश दिए थे कि अगर कोई भी बोरवेल खुला हुआ पाया गया तो संबंधित तो संबंधित क्षेत्र के पटवारी एवं जिसके यहां बोरवेल है उस पर 304 A यानी गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा. लेकिन एक बार फिर मामले में जिला प्रशासन की लापरवाही सामने आई है.
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बैतूल में बोरवेल में गिरकर 6 साल के तन्मय की हुई थी मौत: इससे पहले बैतूल जिले के मांडवी गांव में 6 दिसंबर 2022 को 6 साल का मासूम तन्मय बोरवेल में फंस गया था. 84 घंटे तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ने के बाद आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गया था. 84 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद उसका शव बोरवेल से बाहर निकाला गया गया था. तन्मय की मौत ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था. प्रदेश में खुले पड़े बोरवेल को लेकर सिस्टम पर सवाल पूछे जाने लगे हैं. बात बोरवैल की हो या शहरों में खुले पड़े मैनहोल की, जिनमें गिरकर अब तक सैंकड़ों मासूम अपनी जान गवां चुके हैं. लेकिन इन हादसों से प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है.