उप्पल (हैदराबाद): जिले में बीती 14 अक्टूबर को हुए डबल मर्डर (Double Murder Case) के आरोप में कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि काला जादू (Black Magic) और टोना-टोटका के चलते इस हत्या कांड को अंजाम दिया गया था. इस मामले में मुख्य आरोपी की पहचान लिक्की विनय योगेंद्र रेड्डी उर्फ विनय उर्फ चिंटू के तौर पर हुई है, जिसे एक अन्य साथी यल्ला बाला कृष्णा उर्फ बालू के साथ बीती 17 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था.
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में विनय ने अपने तीन अन्य साथियों के बारे में जानकारी दी, जिन्हें पुलिस ने मंगलवार की सुबह हैदराबाद के महात्मा गांधी बस स्टेशन से गिरफ्तार किया, जब वे भागने की कोशिश कर रहे थे. पूछताछ में विनय ने बताया की साल 1991 में हैदराबाद के ठुकरामगेट में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण उसके पिता की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद वह अपने बड़े भाई और बहनों के साथ उप्पल में अपनी दादी के घर आ गया. मृतक नरसिमला नरसिम्हा पेशे से एक पुजारी थे.
विनय के मामा जंग रेड्डी अक्सर पूजा कराने के लिए मृतक के घर जाते थे और वह भी उन्हीं के साथ मृतक के घर गया था. यहीं पर आरोपी विनय, मृतक की पूजा-पाठ से आकर्षित हो गया और उसे यह अंधविश्वास हो गया कि पूजा-पाठ से कुछ भी हासिल किया जा सकता है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक नरसिमला नरसिम्हा ने आरोपी विनय से एसआई की नौकरी के लिए पूजा करने और नौकरी लगवाने के लिए करीब 12.50 लाख रुपये एक वली नाम के व्यक्ति को दिलवाए थे. लेकिन आरोपी की एसआई की नौकरी नहीं लगी और मृतक ने वली ने पैसे ले लिए. मृतक ने विनय को आधे रुपये दे दिए, लेकिन 6 लाख रुपये नहीं दे पाया.
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लॉकडाउन के दौरान जब आरोपी विनय की कहीं नौकरी नहीं थी, तो उसने अपने 6 लाख रुपये मृतक से वापस मांगे, लेकिन हर बार वह इस मामले को टालता रहता था. सितंबर 2021 से आरोपी को ऐसा लगने लगा कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रह रही है और वह काफी तनाव में रह रहा है व उसके खिलाफ पुलिस में केस भी हो गया है. उसे लगने लगा कि मृतक ने उस पर कोई जादू-टोना किया है, जिसकी वजह से उसके साथ यह सब हो रहा है और उसने नरसिमला नरसिम्हा को मारने का फैसला कर लिया.