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Chardham Yatra: 7 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम में टेका मत्था, अब तक 49 यात्रियों की मौत

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. अभी तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा 7 लाख 7 हजार पार कर गया है. सबसे ज्यादा तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं. अकेले केदारनाथ में 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. वहीं, चारधाम यात्रा में अभी तक 49 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.

Chardham Yatra
7 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम में टेका मत्था
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Published : May 19, 2022, 9:43 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 7 लाख 7 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 2 लाख 36 हजार (2,36,669) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 7,07,969 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

Chardham Yatra
7 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम में टेका मत्था.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 2,36,669 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 12,711 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 2,11,241 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 13,517 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 4,60,621 पहुंच गई है.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 1,40,258 और यमुनोत्री धाम में 1,07,090 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज यानी 19 मई की बता करें तो गंगोत्री में 9,403 और यमुनोत्री में 738 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 2,47,348 पहुंच गई है.

Chardham Yatra
49 यात्रियों की मौत.

ये भी पढ़ेंः 'चारधाम यात्रा की गति को करेंगे धीमा', दिव्य-भव्य यात्रा से पहले उत्तराखंड सरकार का सरेंडर!

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 49 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims died in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 16 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 21 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 8 यात्रियों ने जान गंवाई है.

सीएम धामी की अपील: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा में इस साल तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड तोड़ आमद हुई है. मैं उन तीर्थयात्रियों से आग्रह करता हूं जो चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ नहीं हैं, वे यात्रा न करें. तीर्थयात्री अपने पंजीकरण और ठहरने की पुष्टि होने तक यात्रा शुरू न करें.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है.

तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः चारधाम हेली सेवा के नाम पर धोखाधड़ी, GMVN की फर्जी वेबसाइट से हो रही ठगी

इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

चारधाम यात्रा रूट पर 150 डॉक्टर होंगे तैनातः उत्तराखंड चारधाम यात्रा में 40 श्रद्धालुओं की मौत से बाद सरकार ने 150 डॉक्टरों को यात्रा मार्ग पर तैनात करने का फैसला लिया है. इसके अलावा केदारनाथ और यमुनोत्री मार्ग पर 50 पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडरों को इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है. ताकि जरूर पड़ने पर यात्री इनका इस्तेमाल कर सकें.

व्यवस्थाओं का जायजा लेकर लौटे डीजीपीः पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि काफी हद तक यात्रा व्यवस्थित चल रही है. यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक और रजिस्ट्रेशन अनिवार्यता वाली नियम भी व्यवस्थित ढंग से लागू है. उन्होंने कहा कि जिनको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में असुविधा हो रही है, उसके लिए ऋषिकेश बस अड्डे में पर्यटन विभाग की ओर से ऑफलाइन काउंटर लगाया गया है, जहां चार धाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन सुविधा है.

मास्टर प्लान निर्माण के तहत श्रद्धालुओं न हो परेशानीः डीजीपी अशोक कुमार कहा कि मास्टर प्लान के तहत जो कार्य संचालित हो रहे हैं, उन पर भी तेजी लाने और यात्रा बाधित न हो इस पर भी निर्देश दिए गए हैं. चारधाम यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ की टुकड़ियों को 68 स्थानों पर तैनात किया गया है. एसडीआरएफ ने साल 2013 की त्रासदी के बाद से ही चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

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देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने लगी है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 7 लाख 7 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 2 लाख 36 हजार (2,36,669) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 7,07,969 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

Chardham Yatra
7 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम में टेका मत्था.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 2,36,669 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 12,711 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 2,11,241 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 13,517 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 4,60,621 पहुंच गई है.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 1,40,258 और यमुनोत्री धाम में 1,07,090 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज यानी 19 मई की बता करें तो गंगोत्री में 9,403 और यमुनोत्री में 738 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 2,47,348 पहुंच गई है.

Chardham Yatra
49 यात्रियों की मौत.

ये भी पढ़ेंः 'चारधाम यात्रा की गति को करेंगे धीमा', दिव्य-भव्य यात्रा से पहले उत्तराखंड सरकार का सरेंडर!

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 49 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims died in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 16 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 21 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 8 यात्रियों ने जान गंवाई है.

सीएम धामी की अपील: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा में इस साल तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड तोड़ आमद हुई है. मैं उन तीर्थयात्रियों से आग्रह करता हूं जो चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ नहीं हैं, वे यात्रा न करें. तीर्थयात्री अपने पंजीकरण और ठहरने की पुष्टि होने तक यात्रा शुरू न करें.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है.

तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः चारधाम हेली सेवा के नाम पर धोखाधड़ी, GMVN की फर्जी वेबसाइट से हो रही ठगी

इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

चारधाम यात्रा रूट पर 150 डॉक्टर होंगे तैनातः उत्तराखंड चारधाम यात्रा में 40 श्रद्धालुओं की मौत से बाद सरकार ने 150 डॉक्टरों को यात्रा मार्ग पर तैनात करने का फैसला लिया है. इसके अलावा केदारनाथ और यमुनोत्री मार्ग पर 50 पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडरों को इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है. ताकि जरूर पड़ने पर यात्री इनका इस्तेमाल कर सकें.

व्यवस्थाओं का जायजा लेकर लौटे डीजीपीः पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि काफी हद तक यात्रा व्यवस्थित चल रही है. यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक और रजिस्ट्रेशन अनिवार्यता वाली नियम भी व्यवस्थित ढंग से लागू है. उन्होंने कहा कि जिनको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में असुविधा हो रही है, उसके लिए ऋषिकेश बस अड्डे में पर्यटन विभाग की ओर से ऑफलाइन काउंटर लगाया गया है, जहां चार धाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन सुविधा है.

मास्टर प्लान निर्माण के तहत श्रद्धालुओं न हो परेशानीः डीजीपी अशोक कुमार कहा कि मास्टर प्लान के तहत जो कार्य संचालित हो रहे हैं, उन पर भी तेजी लाने और यात्रा बाधित न हो इस पर भी निर्देश दिए गए हैं. चारधाम यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ की टुकड़ियों को 68 स्थानों पर तैनात किया गया है. एसडीआरएफ ने साल 2013 की त्रासदी के बाद से ही चारधाम यात्रा को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

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