नई दिल्ली : देश में पिछले साल 61.9 लाख विदेशी पर्यटक आए जबकि वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 15.2 लाख था. वहीं, कोविड-19 महामारी से पहले 2019 में 109.3 लाख विदेशी पर्यटक आए थे. महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में सुधार के अच्छे संकेत दिख रहे हैं. पर्यटन मंत्रालय अपनी 'स्वदेश दर्शन', 'प्रसाद' और केंद्रीय एजेंसियों को सहायता जैसी योजनाओं के तहत राज्य सरकारों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों को पर्यटन से संबंधित बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है ताकि पर्यटकों को अच्छा अनुभव मिल सके.
10 अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में सूचना हेल्पलाइन नंबर : पर्यटन मंत्रालय ने टोल फ्री नंबर 1800111363 पर या शॉर्ट कोड 1363 पर हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 10 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं - जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, इतालवी, पुर्तगाली, रूसी, चीनी, जापानी, कोरियन और अरबी - में '24x7' पर्यटक सूचना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, ताकि उन्हें भारत में यात्रा के बारे में जानकारी और आपात स्थिति के लिए मार्गदर्शन मिल सके.
विदेशी पर्यटक बढ़ाने के लिए कई प्रयास : पर्यटन मंत्रालय ने संसद में 6 अप्रैल को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि उसने देश में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और विदेशी पर्यटकों की आवक बढ़ाने के लिए कई पहल की है. अपने देश के लोगों में देश की समृद्ध विरासत और संस्कृति के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें देश के भीतर पर्यटन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 'देखो अपना देश' पहल शुरू की गई है. पर्यटन क्षेत्र के सेवा प्रदाताओं के लिए काम करने वाले लोगों के प्रशिक्षण और उन्हें अपग्रेड करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
इसने इंक्रेडिबल इंडिया टूरिस्ट फैसिलिटेटर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी लॉन्च किया, जो एक डिजिटल पहल है. इसका उद्देश्य पर्यटकों की सुविधा के लिए देश भर में अच्छी तरह से प्रशिक्षित पेशेवर टूरिस्ट फैसिलिटेटर्स का एक पूल बनाना है.
(आईएएनएस)
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