पलामू: मानसून के आगमन से पहले पलामू में आग बरस रही है. पिछले 24 घंटे के अंदर जिले में आधा दर्जन से भी अधिक लोगों की मौत हो गई है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सोमवार को चार शवों का पोस्टमार्टम किया गया है, जिसमें से दो की मौत लू लगने से हुई है. वहीं पलामू के पांकी, पाटन, हुसैनाबाद, मेदिनीनगर, बिश्रामपुर, छत्तरपुर के इलाके में गर्मी से लोगों की मौत हुई है.
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लू लगने से मौत: दरअसल, पलामू का तापमान लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. गर्मी के कारण जिन लोगों की मौत हुई है उनमें बुजुर्ग और युवा शामिल हैं. सोमवार को पलामू प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर में अशोक राम नामक युवक की लू लगने से मौत हो गई, उसके परिवार में कोई सदस्य नहीं था. वहीं पाटन थाना क्षेत्र के भुड़वा में विश्वनाथ राम नामक व्यक्ति की भी लू लगने से मौत हुई है. मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र में ही एक अन्य महिला की लू लगने से मौत हुई है.
45 डिग्री के पार पारा: पांकी के डंडार गांव में और हुसैनाबाद में एक-एक व्यक्ति की लू लगने से मौत हुई है. रविवार को पलामू का तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस था जो राज्य में सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया था. सोमवार दोपहर को भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पास रिकॉर्ड किया गया है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पिछले एक स्पताह के अंदर 15 से अधिक शवों का पोस्टमार्टम किया गया है. जिनमें से आधा दर्जन के करीब लोगों की मौत का कारण गर्मी और हार्ट अटैक रहा है.
घर से बाहर ना निकलने की सलाह: पलामू में भीषण गर्मी को देखते हुए सभी तरह की स्कूलों को 21 जून तक बंद कर दिया गया है. 2022 में जून महीने में पलामू के इलाके में गर्मी से मौत के आंकड़े को रिकॉर्ड नहीं किया गया था. 2023 में जून के महीने में गर्मी से होने वाली मौतों को रिकॉर्ड किया जा रहा है. पलामू जिला प्रशासन ने आम लोगों से पहले भी गर्मी के दौरान सावधान रहने की अपील की थी. डॉक्टरों का कहना है कि लोग बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें और बाहर निकलने के बाद सावधानी बरतें. लोग सीधे धूप के संपर्क में नहीं आए.