रुद्रपुरः एक सूदखोर का अमानवीय चेहरा सामने आया है. ब्याज ना चुका पाने पर सूदखोर चिराग अग्रवाल अपने बाउंसरों के साथ मिलकर व्यक्ति को निर्वस्त्र कर उससे जबरदस्ती नाच कराया, फिर पीड़ित अर्थात कर्जदार की जमकर पिटाई भी की. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है. आरोपी ब्याज ना चुका पाने पर पीड़ित का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था फिर डबल ब्याज जोड़ा करता था. ऐसे दो मामले सामने आए हैं. पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य आरोपियों चिराग अग्रवाल और अरविंद ढाली को गिरफ्तार किया है. हालांकि, आरोपियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास भी किया गया.
पीड़ित का दर्द: इस वीडियो के वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है. ट्रांजिट कैंप निवासी युवक ने चिराग अग्रवाल सहित पांच लोगों पर ब्याज के रुपये की वसूली के नाम पर शारीरिक यातना देने का आरोप लगाया है. पीड़ित ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ तहरीर भी दी है. पुलिस को सौंपी तहरीर में पीड़ित शख्स ने बताया है कि, फाइनेंशियस स्थिति ठीक न होने के चलते उसने मई 2019 में चिराग अग्रवाल से 35,000 रुपये उधार लिए थे. बदले में एचडीएफसी बैंक के छह चेक भी दिए थे. मार्च 2020 में उसने फिर से 40000 रुपये लिए, बदले में कारोबारी को पांच चेक दिए थे.
नवंबर 2020 में उसने पत्नी के गहने और अपनी कार गिरवी रखकर चिराग अग्रवाल से 64,000 रुपए लिए थे. अब तक वो कारोबारी से कुल 2, 57, 000 रुपये ले चुका है. बदले में 19 चेक, सोने के जेवर और कार गिरवी रख चुका है. हालांकि, उसने फुटकर रूप से ब्याज सहित 3,17,300 रुपये गवाहों के सामने चिराग को लौटा दिए हैं लेकिन कारोबारी 5,48,000 रुपये की मांग कर रहा है. युवक का आरोप है कि कारोबारी ने उसे अपने ऑफिस में बुलाकर निर्वस्त्र कर मारपीट की और डांस कराया. इस दौरान उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.
शिकायत पर पुलिस ने चिराग अग्रवाल, अरविंद ढाली, घनश्याम बाठला, मान और देवराय मंडल के खिलाफ ट्रांजिट कैंप थाने में धारा 365, 323, 342, 307, 386, 147 के तहत मुकदमा दर्ज किया. जब पुलिस सूदखोर को पकड़ने उसके घर पहुंची तो वो कार से भागने लगा. इस दौरान कार रोकने के लिए आगे खड़े सीओ अभय सिंह को कुचलने की कोशिश भी की गई. हालांकि, उन्हें चोट नहीं आई है.
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जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने नाकाबंदी कर दी और 8 किलोमीटर तक उसका पीछा करने के बाद दो मुख्य आरोपियों चिराग अग्रवाल और गोविंद ढाली को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि सूदखोर रुपये नहीं देने पर पीड़ितों को निर्वस्त्र कर पिटाई करता और वीडियो बना लेता था और फिर वायरल करने की धमकी देकर रुपये वसूलता था. इसके लिए उसने बाउंसर भी रखे हुए थे. उसके मोबाइल से कुछ वीडियो भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने दो आरोपी गिरफ्तार किए हैं, अभी तीन आरोपी फरार चल रहे हैं.