पणजी : भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दिल्ली की दादागीरी बहुत हुई. ममता ने कांग्रेस पर भी राजनीति को लेकर गंभीर न होने का आरोप लगाया और कहा कि इसी वजह से नरेंद्र मोदी मजबूत हुए.
गोवा के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पणजी में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के निर्णय न ले पाने का अंजाम देश भुगत रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अभी सब कुछ नहीं कह सकती क्योंकि वे राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते. कांग्रेस की वजह से मोदी जी और अधिक शक्तिशाली हो रहे हैं. अगर कोई निर्णय नहीं ले सकता तो उसके लिए देश को क्यों भुगतना चाहिए?
टीएमसी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को पहले भी मौका मिला. भाजपा के खिलाफ लड़ने के बजाय वे मेरे राज्य में मेरे खिलाफ लड़े. क्या आपको नहीं लगता कि उन्होंने मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा, बंगाल में मेरे दल के खिलाफ चुनाव लड़ा. टीएमसी ने घोषणा की है कि वह आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
बनर्जी ने कहा कि टीएमसी चुनावों में क्षेत्रीय दलों को सीटें आवंटित करने में यकीन रखती हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत होना चाहिए. हम चाहते हैं कि संघीय ढांचा मजबूत हो. हमें राज्यों को मजबूत बनाना चाहिए, अगर राज्य मजबूत होंगे तो केंद्र भी मजबूत होगा. हम दिल्ली की दादागीरी नहीं चाहते, बस बहुत हुआ.
यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या लगता है कि कांग्रेस को कौन-से फैसले लेने चाहिए. इस पर उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के बारे में चर्चा नहीं करने जा रही हूं क्योंकि यह मेरी पार्टी नहीं है. मैंने अपना क्षेत्रीय दल बनाया है और किसी से समर्थन लिए बिना हमने तीन बार सरकार बनाई. उन्हें फैसला करने दीजिए.
यह मेरा तरीका भी है, मैं किसी भी अन्य राजनीतिक दल के कामकाज में दखल नहीं देती हूं. मैं अपने राजनीतिक दल के बारे में कह सकती हूं और हमारी लड़ाई जारी रहेगी. हम भाजपा के आगे घुटने टेकने वाले नहीं हैं.
66 वर्षीय टीएमसी प्रमुख गुरुवार शाम गोवा पहुंची और अपनी पार्टी के स्थानीय नेताओं और अन्य नेताओं के साथ कई बैठकें कीं. उनकी पार्टी ने घोषणा की है कि वह राज्य की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जहां वर्तमान में भाजपा का शासन है.
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा गोवा चुनाव लड़ने के अपने फैसले के सवाल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में वे (सामाजिक कार्यकर्ता) अन्ना हजारे के कारण जीते. आपको सराहना करनी होगी कि सभी ने उनका समर्थन किया. यहां तक कि नागरिक समाज ने भी समर्थन किया.
ममता ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हर जगह एक राजनीतिक दल जाएगा और दूसरा नहीं जा सकता. बनर्जी ने कहा कि मैंने आप को पंजाब जाने से नहीं रोका, तो वे हमें गोवा आने से क्यों रोकेंगे? उनकी अपनी स्वतंत्रता है, उनकी अपनी पसंद है, उनका अपना ढांचा है.
ममता ने कहा कि मैं अपनी पार्टी और स्थानीय क्षेत्रीय दलों के बारे में कह सकती हूं जो वास्तव में परेशानी का सामना कर रहे हैं और जो भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहते हैं. क्योंकि गोवा समस्याओं का सामना कर रहा है. यहां बेरोजगारी की समस्या, मछली पकड़ने के क्षेत्र की समस्या, टैक्सी चालकों की समस्या, किसानों की समस्या, खनन समस्या, हर समस्या का वे सामना कर रहे हैं.
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गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई के साथ उनकी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि जो कोई भी भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, उसे एक साथ चलना चाहिए. यह उनका (जीएफपी का) निर्णय है, उनकी पसंद जो वे तय करते हैं, हम वोटों के बंटवारे से बचना चाहते हैं. क्षेत्रीय और स्थानीय दल मिलकर काम करें तो भाजपा के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ सकते हैं.